भारी उद्योग मंत्रालय के उप सचिव विकास कुमार ने एचइसी के विभिन्न प्लांटों का दौरा किया और यहां उपलब्ध संसाधनों को देखा. उन्होंने एफएफपी व एचएमबीपी के विभिन्न शॉप में बने रहे उपकरणों की जानकारी ली. एफएफपी में डिफेंस के लिए बन रहे उपकरण के फोर्जिंग को देखा.
एचएमबीपी में माइनिंग क्षेत्र में उपयोग के लिए बनाये गये अत्याधुनिक हाइड्रोलिक शाॅवेल की विशेषता के बारे में जानकारी ली. यह एचइसी में ट्रायल के तौर पर बनाया है और टेस्टिंग में भी सफल रहा है. उन्होंने कहा कि इनोवेशन के लिए मंत्रालय के पास करीब 600 करोड़ की राशि उपलब्ध है. एचइसी हाइड्रोलिक शाॅवेल की रिपोर्ट विस्तार से भेजे.
इनोवेशन के क्षेत्र में किये गये कार्य को देखते हुए मंत्रालय पूरा सहयोग करेगा और राशि उपलब्ध करायेगा. मौके पर निफ्ट के निदेशक पीपी चट्टोपाध्याय ने बताया कि एचइसी व निफ्ट मिल कर होलो इंगोट बनाने वाले हैं. इसका डिजाइन निफ्ट द्वारा तैयार किया गया है और उपकरण का निर्माण एचइसी के प्लांट में किया जायेगा. ऐसा होलो इंगोट पहली बार देश की किसी कंपनी में बनेगा.