रांची : इस सदी की दुर्लभ खगोलीय घटना वलयाकार (रिंग ऑफ फायर) की तरह दिखनेवाला सूर्य ग्रहण आज लग रहा है. रांची में रविवार सुबह 10.36 बजे से दोपहर 2.09 बजे तक सूर्य ग्रहण होगा. इसकी अवधि करीब 3.33 घंटे की है. रांची में आंशिक ग्रहण ही दिखेगा. भारत के अतिरिक्त अफ्रीका, दक्षिण-पूर्व यूरोप, मध्य-पूर्व के देशों, एशिया आैर इंडोनेशिया में यह दिखायी देगा. सूर्य ग्रहण के दौरान छोटी डिस्क के आकार का चंद्रमा बड़ी डिस्क के आकार के सूर्य के सामने पूरी तरह से आ जायेगा. इससे पृथ्वी से सूर्य छल्ला (रिंग) की तरह दिखेगा. इसे ही रिंग ऑफ फायर कहते हैं.
लॉकडाउन के कारण इस बार बोड़ेया रोड स्थित साइंस सेंटर में बच्चों के लिए सूर्यग्रहण देखने की व्यवस्था नहीं की गयी है. झारखंड काउंसिल ऑफ साइंस टेक्नोलॉजी एंड इनोवेशन के कार्यकारी निदेशक सह सेंटर के प्रभारी डॉ जीएसपी गुप्ता का दावा है कि 22 नवंबर 1965 को इस प्रकार का वलयाकार सूर्य ग्रहण लगा था. यानी 55 साल बाद 21 जून 2020 को एेसा सूर्य ग्रहण लग रहा है.
अब 2039 में िदखेगा वलयाकार सूर्यग्रहण : अब 2039 में वलयाकार सूर्यग्रहण देखने को मिलेगा. वहीं, 2010 में आंशिक सूर्य ग्रहण लगा था, जो दक्षिण भारत में दिखा था. इस बार रविवार को लगनेवाला छल्लाकार सूर्य ग्रहण उत्तर भारत में देखा जा सकेगा. इस खगोलीय घटना में चंद्रमा पृथ्वी के काफी करीब आ जाता है.
घर से निकलें, तो काला चश्मा जरूर लगा कर निकलें : डॉ जीएसपी गुप्ता ने बताया कि बिना सुरक्षा कवच के ग्रहण देखने पर सूर्य से आनेवाली अल्ट्रा वाॅयलेट किरणें आंखों की रेटिना जला सकती हैं. इससे स्थायी अंधापन का खतरा हो सकता है. इसको देखने से पहले एहतियात बरतने की जरूरत है. लॉकडाउन के कारण वराहमिहिर तारामंडल व साइंस सिटी-चिरौंदी में आयोजित किये जानेवाले कार्यक्रमों को स्थगित रखा गया है. लोगों की सलाह दी गयी है कि सूर्य ग्रहण के दौरान अगर घर से निकलें, तो काला चश्मा लगा कर निकलें.
Post by : pritish sahay