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Summer Internship: करियर को सही दिशा देने के लिए उपयोगी है कदम, इन संस्थानों में हो रहा विद्यार्थियों का चयन

Summer Internship: BIT मेसरा, IIM रांची, एक्सआइएसएस समेत अन्य संस्थान विद्यार्थियों को प्रोफेशनल तौर-तरीके सिखाने में जुटे हुए हैं. संस्थानों ने कंपनियों का चयन कर लिया है और विद्यार्थियों से आवेदन भी मांगा लिये हैं. वोकेशनल कोर्स के विद्यार्थियों को ऑफ कैंपस प्लेसमेंट से जुड़ने का मौका दे रही है.

Summer Internship: तकनीकी और प्रबंधन संस्थान विद्यार्थियों को पेशेवर बनाने की तैयारी में जुटे हैं. इन दिनों रांची के विभिन्न संस्थानों में समर इंटर्नशिप प्रोग्राम-2023 (एसआइपी) के लिए विद्यार्थियों का चयन किया जा रहा है. प्रोफेशनल कोर्स से जुड़े विद्यार्थियों के लिए यह खास अवसर है, जहां पेशेवर तौर-तरीके सीखने के साथ रोजगार से जुड़ने का मौका मिल रहा है. दो से तीन महीने के समर इंटर्नशिप से जुड़ कर विद्यार्थी अपनी शैक्षणिक योग्यता से 20 हजार से लेकर 1.25 लाख रुपये से अधिक का स्पाइपेंड हासिल कर सकते हैं. इसके लिए देश-विदेश की टॉप कंपनियां विद्यार्थियों को किस्मत आजमाने का सुनहरा अवसर दे रही हैं.

बीआइटी मेसरा, आइआइएम रांची, एक्सआइएसएस समेत अन्य संस्थान विद्यार्थियों को प्रोफेशनल तौर-तरीके सिखाने में जुटे हुए हैं. संस्थानों ने कंपनियों का चयन कर लिया है और विद्यार्थियों से आवेदन भी मांगा लिये हैं. वहीं, कई एजेंसी सरकारी और निजी संस्थानों में पढ़ रहे वोकेशनल कोर्स के विद्यार्थियों को ऑफ कैंपस प्लेसमेंट से जुड़ने का मौका दे रही है.

छात्रों के पास जॉब ऑफर का मौका

विभिन्न संस्थानों में समर इंटर्नशिप प्रोग्राम में शामिल होने वाले विद्यार्थियों का अलग-अलग मापदंड तय है. इंजीनियरिंग कॉलेजों में छठे सेमेस्टर के विद्यार्थी एसआइपी में शामिल हो सकते हैं. वहीं, प्रबंधन संस्थानों में द्वितीय वर्ष के विद्यार्थियों को एसआइपी से जुड़ने का अवसर मिलता है. एआइपी के दौरान विद्यार्थी ट्रेनिंग के लिए जिस कंपनी में भी जायेंगे, वहां उनका प्रदर्शन विभिन्न मानकों में तय किया जायेगा. बेहतर प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों के पास संबंधित संस्थान में जॉब ऑफर हासिल करने का अवसर होगा. वहीं, एसआइपी में बेहतर प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थी की मांग फाइनल प्लेसमेंट के दौरान बनी रहती है.

एआइसीटीइ ने एसआइपी को किया अनिवार्य

ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन (एआइसीटीइ) के तहत संचालित संस्थानों में समर इंटर्नशिप प्रोग्राम को अनिवार्य कर कर दिया गया है. इसका उद्देश्य विद्यार्थियों को पेशेवर बनाना है. साथ ही वर्तमान परिस्थिति के अनुरूप रोजगार के लिए तैयार करना है. ऐसे में विभिन्न शैक्षणिक संस्थान समर इंटर्नशिप से जुड़ रहे विद्यार्थियों का मूल्यांकन करते हैं. एसआइपी के आधार पर विद्यार्थियों को रिपोर्ट जमा करनी होती है, जहां कार्यावधि के दौरान मिले अनुभव की जानकारी साझा करनी होती है. वहीं, फाइनल एग्जाम के दौरान विद्यार्थियों को एसआइपी का डिजर्टेशन के साथ वाइवा देना होता है. इसके अंक परीक्षा में बेहतर अंक हासिल करने का भी मौका देते हैं.

ऐसे हासिल कर सकेंगे एसआइपी

1. इंस्टीट्यूशन कोटा : कैंपस प्लेसमेंट का अवसर देने वाले संस्थान विद्यार्थियों को इंस्टीट्यूशन कोटा के तहत एसआइपी हासिल करने में मदद करते हैं.

2. कर्मचारी कोटा : विद्यार्थी विभिन्न संस्थान में कर्मचारी कोटा के तहत एसआइपी का अवसर तलाश सकते हैं. इसके लिए विद्यार्थी को संस्थान के किसी पूर्ववर्ती छात्र से संपर्क करने की जरूरत है.

3. वार्ड कोटा : स्थानीय औद्योगिक संस्थान या विभिन्न क्षेत्र के निजी संस्थान वार्ड कोटा के तहत एसआइपी का अवसर देते हैं. इसके लिए विद्यार्थी को निजी तौर पर संबंधित संस्थान से संपर्क करना होता है.

4. थर्ड पार्टी कोटा : इन दिनों लिंकडेन में कई निजी संस्थान एसआइपी ऑफर कर रहे हैं. विद्यार्थी अपने रुचिकर क्षेत्र में आवेदन कर सकते हैं. इसके अलावा विभिन्न नेटवर्क यानी जनसंपर्क से भी अवसर हासिल कर सकते हैं. वहीं, कई संस्थान समय-समय पर एसआइपी के लिए ऑनलाइन आवेदन की भी मांग करते हैं. समय पर आवेदन कर विद्यार्थी इंटर्नशिप का लाभ उठा सकेंगे.

रुचिकर क्षेत्र में संभावना तलाशें

एक्सआइएसएस के डीन एकेडमिक्स सह चीफ प्लेसमेंट कोऑर्डिनेटर डॉ अमर एरॉन तिग्गा ने कहा कि एसआइपी से जुड़ने से पहले विद्यार्थियों को अपना लक्ष्य तय करना होगा. रुचिकर क्षेत्र में संभावना तलाशने के लिए कंपनी के अनुरूप विद्यार्थियों को तैयारी करनी होगी. बड़े संस्थान विद्यार्थियों में खास क्षमता की तलाश करते हैं.

एसआइपी से जुड़नेवाले विद्यार्थियों के लिए मूलमंत्र

  • शैक्षणिक योग्यता के साथ सॉफ्ट स्किल्स की जानकारी जरूरी.

  • जिस कंपनी में शामिल होने के इच्छुक हैं, उसकी पूरी जानकारी रखें. यानी संस्थान कब से संचालित है, किस क्षेत्र में बेहतर योगदान देती है व संस्थान से जुड़े बड़े नाम कौन-कौन से हैं.

  • विद्यार्थियों को एसआइपी का एक निश्चित विषय या कार्यक्षेत्र दिया जाता है. इनकी बेहतर जानकारी हासिल करना जरूरी है. इससे काम के दौरान मदद मिलेगी और कंपनी को बेहतर काम देने का अवसर मिलेगा.

  • इंटर्नशिप के दौरान विद्यार्थी डाटा आधारित काम पर फोकस करें. इससे नये काम के साथ बड़ी जिम्मेदारी हासिल करने का अवसर मिलेगा.

  • संस्थान से जुड़ कर अवसर का बेहतर इस्तेमाल करना जरूरी है. इसके लिए नियमित रूप से पेशेवर तौर-तरीके से काम करने की जरूरत है. इंटर्नशिप के दौरान विद्यार्थी का पेशेवर रवैया भविष्य के अवसर हासिल करने में उपयोगी सिद्ध होगा.

  • इंटर्नशिप अवधि के दौरान कंपनी के ज्यादा से ज्यादा विभाग से संपर्क करने की कोशिश करें. इससे विद्यार्थी परिचय के साथ खुद का नेटवर्क तैयार कर सकेंगे.

एक्सआइएसएस के 85% विद्यार्थी एसआईपी हासिल करने में सफल

एक्सआइएसएस के विभिन्न पीजीडीएम कोर्स से जुड़े 85% विद्यार्थियों का चयन समर इंटर्नशिप प्रोग्राम 2023 के लिए हुआ है. चयन प्रक्रिया दिसंबर से शुरू की गयी थी. ह्यूमेन रिसोर्स मैनेजमेंट, मार्केटिंग मैनेजमेंट, फाइनांस और रूरल मैनेजमेंट से जुड़े विद्यार्थियों ने सर्वाधिक स्टाइपेंड 1.20 लाख रुपये और न्यूनतम 25 हजार रुपये हासिल किया है. इस वर्ष संस्थान के विद्यार्थियों को 90 कंपनियों से एसआइपी ऑफर मिले हैं. इनमें ज्यादातर कंपनियां डिजिटल क्षेत्र में संचालित हैं.

आइटी कंपनियों की ओर से ज्यादा ऑफर

बीआइटी मेसरा के डीन एलुमनी एंड इंटरनेशनल रिलेशनशिप डॉ रितेश कुमार सिंह ने बताया कि इस वर्ष समर इंटर्नशिप के लिए आइटी कंपनियों की ओर से सर्वाधिक ऑफर मिले हैं. टाटा स्टील, एप्लेशियन, माइक्रोसॉफ्ट, गूगल, आरसेसियम, सेल्सफोर्स टेक्नोलॉजी, वॉलमार्ट, आउटलुक समेत अन्य संस्थान की ओर से विद्यार्थियों को एसआइपी का मौका दिया गया है. छात्र-छात्राओं ने सर्वाधिक 1.25 लाख रुपये और न्यूनतम 25 हजार रुपये का स्टाइपेंड हासिल किया है.

सोच समझ कर चुनें स्टार्टअप कंपनियां

इस वर्ष देश-विदेश की स्टार्टअप कंपनियां बड़ी संख्या में समर इंटर्नशिप ऑफर कर रही हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि विद्यार्थी स्टार्टअप कंपनी से जुड़ कर इंटर्नशिप कर सकते हैं. हालांकि, विद्यार्थियों को संस्था से जुड़ने से पहले स्टाइपेंड के मामले में लिखित प्रमाण पत्र लेना होगा. स्टार्टअप कंपनी से जुड़ने वाले विद्यार्थियों को कम लोगों के बीच काम करने का मौका मिलेगा. इसमें सीखने की संभावना ज्यादा है. वहीं, कई स्टार्टअप कंपनी आर्थिक रूप से सक्षम नहीं होती. ऐसे में कम बजट या नि:शुल्क कर्मचारी की तलाश करते रहते हैं. इस परिस्थिति में विद्यार्थी भविष्य की संभावना को देखकर जुड़ें.

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