रांची. झामुमो के महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि संविधान हमारे देश के लोकतंत्र का मूल धर्म है. पर आज जिस प्रकार संवैधानिक संस्थाओं पर हमले हो रहे हैं, वह सही नहीं है. उन्होंने कहा कि जब संसद शुरू हुआ, तो विपक्ष ने केंद्र सरकार से चुभने वाले सवाल पूछने शुरू किये. इस पर केंद्र सरकार ने अपनी संख्या के बल पर रोक लगा दी. संसद में वो सवाल पीएम के मित्र के अनैतिक काम को लेकर हो रहे थे.
पीएम ने विपक्ष को जनता द्वारा नकारे हुए कहा. लेकिन, उन्हें भी जानना चाहिए के वे बहुमत में नहीं हैं. गठबंधन में सरकार चला रहे हैं. हमारा संविधान घमंड को स्थान नहीं देता. उन्होंने कहा कि 28 नवंबर को जब झारखंड में शपथ ग्रहण होगा, तो क्या नकारे हुए लोगों का शपथ ग्रहण होगा या स्वीकारे गये लोगों का. वहां विपक्ष में कौन लोग हैं, जो नकारे हुए हैं. इसी गुरुर का जवाब झारखंड की जनता ने दिया है. इससे उन्हें सबक लेना चाहिए था. पीएम को संसद में ऐसी भाषा नहीं बोलनी चाहिए. श्री भट्टाचार्य ने उक्त बातें झामुमो कार्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कही.मनु संहिता लागू कराने की है तैयारी
श्री भट्टाचार्य ने कहा कि देश में मनु संहिता लागू करने की तैयारी है और उसके खिलाफ भारत के संविधान को बचाये रखना हम सब की जिम्मेवारी है. संविधान में किसी तरह की छेड़छाड़ की कोशिश को बर्दाश्त नहीं करेंगे.सरकार पहली कैबिनेट से ही क्रियाशील होगी
श्री भट्टाचार्य ने कहा कि राज्य की सरकार शपथ लेने के बाद पहली कैबिनेट से लेकर अपने कार्यकाल तक क्रियाशील रहेगी और जनता के लिए काम करती रहेगी.भाजपा के लोग ही आपस में लड़ रहे हैं
श्री भट्टाचार्य ने भाजपा के आरोपों पर कहा कि जिन लोगों ने भाजपा से चुनाव मैनेज कराने का ठेका लिया था, उनके बीच ही लड़ाई हो रही है न कि राजनीतिक हिंसा. वे दूसरे दलों पर आरोप लगायेंगे ही.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है