पिपरवार. सीसीएल पिपरवार क्षेत्र की आरसीएम साइडिंग कोयले के अभाव में दो महीने से बंद है. कोयले की ढुलाई पूरी तरह से बंद है. अशोक परियोजना खदान से बड़ी मुश्किल से राजधर साइडिंग को कोयले की आपूर्ति की जा रही है. जानकारी के अनुसार परियोजना खदान की क्षमता सलाना 10 मिलियन टन है. वर्तमान में परियोजना जमीन संबंधी समस्याओं से गुजर रहा है. प्रोडक्शन मंथ होने के बावजूद कोयला उत्पादन के लिए जमीन नहीं है. हालांकि परियोजना पहले ही छह मिलियन टन उत्पादन लक्ष्य पूरा करने के करीब है. लेकिन संशोधन के मुताबिक कोयले का उत्पादन नहीं होने से विवशता में प्रबंधन को साइडिंग को बंद करना पड़ा. जमीन संबंधी समस्याओं पर अशोक पीओ जीतेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि 15 जनवरी को विजैन गांव का मंदिर हटाये जाने पर ग्रामीणों के साथ सहमति बनी है. यदि निर्धारित तिथि में मंदिर हट जाता है तो परियोजना के पास लगभग चार मिलियन टन कोयला उत्पादन के लिए जमीन मिल जायेगा.
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