रांची. रांची विश्वविद्यालय के मोरहाबादी स्थित बहुउद्देश्यीय परीक्षा भवन से उत्तरपुस्तिकाएं बाहर ले जाने के मामले में विवि प्रशासन ने दो शिक्षकों को पांच वर्ष के लिए परीक्षा के सभी कार्यों से डिबार कर दिया है. उक्त निर्णय शुक्रवार को कुलपति डॉ अजीत कुमार सिन्हा की अध्यक्षता में आयोजित परीक्षा बोर्ड की बैठक में लिया गया.
जांच में सही पाया गया मामला
बैठक में जानकारी दी गयी कि बीएड की उत्तरपुस्तिका का मूल्यांकन के लिए स्थानीय कॉलेज को दो शिक्षक (एक पुरुष व एक महिला) को बहुउद्देश्यीय परीक्षा भवन में उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन के लिए परीक्षक नियुक्त किया गया. दोनों परीक्षक कुछ देर मूल्यांकन करने के बाद बाकी उत्तरपुस्तिकाएं अपने बैग में रख कर केंद्र से बाहर निकल गये. इसकी जानकारी जब केंद्र व विवि मुख्यालय के अधिकारियों को मिली, तो इसकी जांच करायी गयी. इसमें मामला सही पाया गया. इसके बाद ही शुक्रवार को बोर्ड ने कार्रवाई करते हुए दोनों शिक्षकों को मूल्यांकन कार्य सहित परीक्षा कार्य से पांच वर्ष के लिए डिबार कर दिया गया. बैठक में कुलपति के अलावा रजिस्ट्रार डॉ जीसी साहु, परीक्षा नियंत्रक डॉ विकास कुमार, ओएसडी डॉ रोहित श्रीवास्तव सहित कॉमर्स, साइंस व ह्यूमिनिटिज के डीन उपस्थित थे.मूल्यांकन स्थल पर बड़ा पर्स, बैग व झोला ले जाने पर लगा प्रतिबंध
शिक्षकों द्वारा उत्तरपुस्तिका बाहर ले जाने के मामले के बाद से बहुउद्देश्यीय परीक्षा केंद्र में अब कोई भी महिला/पुरुष पीरक्षक बड़ा पर्स/बैग/झोला लेकर मूल्यांकन स्थल पर नहीं ले जा सकेंगे. इस पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया है. पर्स/बैग/झोला बाहर में रख कर टोकन प्राप्त करना होगा. केंद्र की तरफ से समान नंबर का टोकन सबंधित पर्स/बैग/झोला में लगा रहेगा व दूसरा टोकन संबंधित परीक्षक को दिया जायेगा. कार्य समाप्त करने के बाद वे अपना सामान वापस ले सकेंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है