रांची: यूसीसी (समान नागरिक संहिता) को लेकर झामुमो विधायक लोबिन हेम्ब्रम ने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी की चुप्पी पर सवाल खड़े किये हैं. उन्होंने कहा कि देश में यूसीसी (Uniform Civil Code) लागू करने की तैयारी चल रही है. आदिवासी और अल्पसंख्यक संगठनों ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया है, लेकिन राज्य के मुखिया ने अब तक इसका विरोध नहीं जताया है. उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन व बाबूलाल मरांडी को इसका जोरदार विरोध करना चाहिए.
सरना धर्म कोड पर केंद्र सरकार ने नहीं की पहल
विधायक लोबिन हेम्ब्रम ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा यूसीसी लाया जा रहा है. झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सरना धर्म कोड की मांग की थी, लेकिन केंद्र सरकार ने इस पर कोई पहल नहीं की. जब यूसीसी लागू कर दिया जाएगा, तो सरना धर्म कोड की मांग वैसे ही खत्म हो जाएगी. उन्होंने कहा कि बेहद दुख है कि यूसीसी पर आदिवासी मुख्यमंत्री ने एक शब्द तक नहीं बोला है. पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने भी चुप्पी साध ली है.
यूसीसी के विरोध का स्वर बुलंद करें हेमंत व बाबूलाल मरांडी
विधायक लोबिन हेम्ब्रम ने कहा कि हेमंत सोरेन व बाबूलाल मरांडी को यूसीसी पर अपना पक्ष रखकर विरोध का स्वर बुलंद करने की जरूरत है. इस मामले पर कांग्रेस ने विरोध दर्ज किया है. लोबिन हेम्ब्रम ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और बाबूलाल मरांडी से यूसीसी मामले में विरोध दर्ज करने की मांग की है. अगर इस मामले में दोनों विरोध दर्ज नहीं करते तो इससे साफ हो जाएगा कि ये आदिवासी विरोधी हैं. अब इनका विरोध झारखंड की सड़को पर दिखने लगेगा.