रांची: उत्तराखंड के उत्तरकाशी स्थित सिलक्यारा व डंडलगांव के बीच निर्माणाधीन सुरंग में फंसे झारखंड के सभी 15 मजदूर शुक्रवार तक घर लौट सकेंगे. स्वास्थ्य परीक्षण को लेकर वे अभी डॉक्टरों की निगरानी में रहेंगे. एयरलिफ्ट कर सभी मजदूरों को ऋषिकेश एम्स में भर्ती कराया गया है. सभी मजदूरों को उत्तराखंड सरकार ने एक-एक लाख का चेक दिया है, वहीं कंपनी ने सभी कर्मियों दो-दो लाख का चेक सौंपा है. आपको बता दें कि उत्तराखंड सुरंग से 408 घंटे की जंग जीतकर मंगलवार को वे सुरंग से सुरक्षित बाहर निकल आए हैं. इनके सुरंग से सुरक्षित निकलने की खबर सुनने के बाद परिजनों ने राहत की सांस ली थी. इस खुशी में मिठाइयां बांटी गयीं और दिवाली मनायी गयी. मजदूरों के परिजनों को अब उनकी एक झलक देखने की बेताबी है. कुल 15 मजदूरों में रांची के तीन, खूंटी के तीन, गिरिडीह के दो, पश्चिमी सिंहभूम के एक और पूर्वी सिंहभूम के छह मजदूर हैं.
श्रमिकों व उनके परिजनों से झारखंड के अफसरों ने की मुलाकात
झारखंड के श्रम नियोजन विभाग के अधिकारियों ने श्रमिकों और उनके परिजनों से उत्तरकाशी में मुलाकात की. इस मुलाकात में अधिकारियों ने बताया कि झारखंड सरकार सभी श्रमिकों को वापस लाएगी. फिलहाल सभी श्रमिक और उनके परिजन सीएम आवास पहुंचे हैं, जहां उनकी मुलाकात उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी से होगी. झारखंड के रांची जिले के ओरमांझी प्रखंड के खीराबेड़ा गांव के अनिल बेदिया समेत तीन मजदूर सुरंग में फंसे थे. वे सुरक्षित निकल गए हैं. अनिल के साथ उनके भाई सुनील बेदिया मौजूद हैं. उन्होंने ये जानकारी दी है.
हेलीकॉप्टर से ऋषिकेश एम्स भेजे गये सभी मजदूर
12 नवंबर (दीपावली) की रात से सुरंग में 41 मजदूर फंस गए थे. 16 दिनों बाद 28 नवंबर को सभी सुरक्षित निकाले गयए. सभी मजदूरों को सुरंग से निकालने के बाद एंबुलेंस से मंगलवार की रात सीधे उत्तरकाशी के एक अस्पताल ले जाया गया. वहां स्वास्थ्य जांच हुई. रातभर सभी मजदूर अस्पताल में रहे. बुधवार को सभी मजदूर को नहा-धोकर तैयार हुए. इसके बाद हेलीकॉप्टर से ऋषिकेश एम्स ले जाया गया. सभी मजदूरों को एम्स में भर्ती करा स्वास्थ्य जांच की जा रही है. बुधवार देर शाम तक सभी मजदूर ऋषिकेश के एम्स में थे.
झारखंड के 15 मजदूरों के ये हैं नाम
रांची जिले के ओरमांझी प्रखंड के खीराबेड़ा गांव के मजदूर अनिल बेदिया, राजेंद्र बेदिया एवं सुकराम बेदिया सुरंग में फंसे थे. गिरिडीह जिले के बिरनी के सुबोध वर्मा व विश्वजीत वर्मा, खूंटी जिले के कर्रा प्रखंड के गुमडू गांव निवासी विजय होरो, डुमारी गांव निवासी चमरा उरांव एवं मदुगामा गांव निवासी गनपाईत होरो, पश्चिमी सिंहभूम के चक्रधरपुर प्रखंड के चेलाबेड़ा गांव का महादेव नायक एवं पूर्वी सिंहभूम जिले के डुमरिया प्रखंड के मानिकपुर गांव के रवींद्र नायक, रंजीत लोहार, गुणाधर नायक, बांकीशोल गांव का समीर नायक, कुंडालुका गांव का भुक्तु मुर्मू और डुमरिया गांव का टिंकु सरदार शामिल हैं.