रांची में वीआइपी नंबरों को लेकर जबरदस्त क्रेज है. खास कर गाड़ियों में 0001 नंबर के लिए लोग आठ-आठ सीरीज तक आगे जाकर इसकी बुकिंग करा रहे हैं. मकसद है कि किसी तरह उन्हें मनपसंद नंबर मिल जाये. 0001 नंबर के लिए एक लाख रुपये निर्धारित है. लेकिन, कई सीरीज आगे जाकर इसे लेने पर लोग एक लाख रुपये की जगह तीन-तीन लाख रुपये तक चुका रहे हैं.
वीआइपी नंबरों को लेकर इतना क्रेज है कि जनवरी, 2023 से लेकर अब तक 0011 नंबर की बिक्री नौ बार, 0050-आठ बार, 0020, 0025 एवं 1001 नंबर सात-सात बार बिक चुका है. रांची में वर्तमान में जेएच 01 एफडी सीरीज चल रहा है. जबकि, 0001 नंबर के लिए सीरीज जेएच 01 एफएल तक पहुंच चुका है. झारखंड में वीआइपी नंबरों में सबसे महंगा 0001 नंबर है. इसकी कीमत एक लाख रुपये है. जबकि, अन्य नंबरों की कीमत 50,000 रुपये, 25,000 रुपये और 15,000 रुपये निर्धारित है.
50 हजार रुपये : 0002, 0003, 0004, 0005, 0006, 0007, 0008, 0009, 0010, 0011, 0022, 0033, 0044, 0055, 0066, 0077, 0088, 0099, 0786
25 हजार रुपये : 0111, 0222, 0333, 0444, 0555, 0666, 0777, 0888, 0999, 1111, 2222, 3333, 4444, 5555, 6666, 7777, 8888, 9999, 0100, 0200, 0300, 0400, 0500, 0600, 0700, 0800, 0900, 1000, 2000, 3000, 4000, 5000, 6000, 7000, 8000, 9000, 1001, 2002, 3003, 4004, 5005, 6006, 7007, 8008, 9009
वाहनों में मनपसंद नंबरों के लिए लोग हर कीमत चुका रहे हैं. हाल यह है कि 0001 नंबर के लिए एक लाख रुपये की जगह तीन-तीन लाख रुपये तक दे रहे हैं.
-प्रवीण कुमार प्रकाश, डीटीओ, रांची
वीआइपी नंबरों का क्रेज का आलम यह है कि लोग इसके लिए हर कीमत चुका रहे हैं. इसका फायदा डीटीओ कार्यालय को भी हो रहा है. स्थिति यह है कि डीटीओ कार्यालय को वीआइपी नंबरों से हर माह लगभग 40 लाख रुपये तक का राजस्व आ रहा है.