प्रतिनिधि, खलारी : झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा रांची जिला की बैठक चामा मोड़ में आबिद अंसारी की अध्यक्षता में हुई. बैठक में 30 सितंबर को झारखंड आंदोलनकारी की मान्यता के लिए जेल जाने की बाध्यता समाप्त करने, राजकीय मान-सम्मान के साथ अलग झारखंडी पहचान, बेटा-बेटियों को रोजी रोजगार व नियोजन के लिए शत-प्रतिशत अधिकार की गारंटी देने, सम्मान पेंशन राशि तथा प्रत्येक झारखंड आंदोलनकारी को 50-50 हजार की राशि दिये जाने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री आवास के समक्ष धरना, प्रदर्शन व घेराव कार्यक्रम को सफल बनाने का निर्णय लिया गया. बैठक में मोर्चा के संस्थापक व प्रधान सचिव पुष्कर महतो ने कहा कि झारखंड आंदोलनकारी अपने अस्तित्व को मिटने न दें. अपने अधिकारों की रक्षा के लिए संघर्ष और शहादत को तैयार रहें. कहा कि हम झारखंड आंदोलनकारी लड़ कर राज्य लिये हैं तो अपना संवैधानिक अधिकार लेकर रहेंगे. 30 सितंबर को मुख्यमंत्री आवास के समक्ष धरना-प्रदर्शन व घेराव करने का निर्णय लिया गया. वहीं दक्षिणी छोटानागपुर मंडल की अध्यक्ष रोजलीन तिर्की ने कहा कि झारखंड आंदोलनकारी अपने अधिकारों की रक्षा के लिए खड़े हों और सामने आयें. संघर्ष के लिए उलगुलान करें. उन्होंने कहा कि आंदोलनकारी अपनी ताकत का प्रदर्शन मुख्यमंत्री आवास के समक्ष एकजुटता के साथ करें. जिला संयोजक किशोर खंडित ने कहा कि झारखंड आंदोलनकारियों की हकमरी नहीं होने देंगे. कहा कि अपने अधिकारों के लिए अगर जान देनी पड़े तो हम झारखंड आंदोलनकारी सदैव तैयार हैं. मुख्यमंत्री आवास के समक्ष आरपार की लड़ाई लड़ते हुए प्रदर्शन करेंगे. कार्यक्रम का संचालन तेजू उरांव ने किया. मौके पर मुखिया संतोष कुमार सिंह, केंद्रीय संयोजक गोपाल गुप्ता, सीताराम उरांव, बुद्धमनी देवी, इतवारी देवी, सोमरा लोहरा, चंद्रकांत उरांव, शिवबालक लोहरा, भोटन गंझू, चुंदा उरांव, चमरु उरांव, संतोष कुमार रवि, शिवनारायण राम, फ्रांसिस एक्का, महावीर, गोवर्धन यादव, रामचंद्र उरांव, रोपना उरांव, महेंद्र लोहार, बेंजामिन तिर्की, सुकरा उरांव सहित अन्य उपस्थित थे.
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