रांची : झारखंड विधानसभा चुनाव के मतदान की तारीख नजदीक है. 13 नवंबर को पहले चरण की वोटिंग है, जबकि दूसरे चरण का मतदान 20 नवंबर को होना है. मतदान के लिए अगर आपके पास वोटर आईडी (Voter Id) न भी हो तो आपके पास अन्य ऐसे 12 पहचान पत्र हैं, जिसे दिखाकर मतदाता वोट कर सकते हैं. बर्शते आपका नाम वोटर लिस्ट में होना चाहिए. ये जानकारी मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रविकुमार ने सभी प्रमुख राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ हुई बैठक में दी.
चुनाव आयोग ने राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को ये निर्देश दिया
इस बैठक में चुनाव आयोग ने कहा कि आदर्श आचार संहिता का अनुपालन किया जाये. इसके लिए प्रचार-प्रसार भी हो. इससे प्रत्याशियों ही नहीं, कार्यकर्ताओं को भी अवगत कराने को कहा. उन्होंने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा वोटर आईडी कार्ड (Voter Id) के अलावा अन्य 12 पहचान पत्र चिह्नित किये गये हैं, जिसे दिखाकर मतदाता वोट कर सकते हैं.
कौन कौन से पहचान पत्र का कर सकते हैं उपयोग
इन 12 वैकल्पिक फोटोयुक्त पहचान पत्र में आधार कार्ड, मनरेगा जॉब कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड, भारतीय पासपोर्ट, फोटो सहित पेंशन दस्तावेज, केंद्र, राज्य सरकार, पीएसयू, सार्वजनिक लिमिटेड कंपनियों द्वारा कर्मचारियों को जारी किये गये फोटोयुक्त सेवा पहचान पत्र, बैंक, डाकघर द्वारा जारी फोटोयुक्त पासबुक, राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर के तहत आरजीआइ द्वारा जारी स्मार्ट कार्ड, श्रम मंत्रालय से जारी स्वास्थ्य बीमा स्मार्ट कार्ड, सांसदों, विधायकों, एमएलसी को जारी किये गये आधिकारिक पहचान पत्र और भारत सरकार के सामाजिक न्याय मंत्रालय द्वारा दिव्यांगजनों को जारी यूनिक डिसेबिलिटी आइडी कार्ड शामिल हैं.
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भारत निर्वाचन आयोग करेगा चुनाव की तैयारी का समीक्षा
झारखंड में विधानसभा चुनाव की तैयारी को लेकर किये जा रहे कार्यों की समीक्षा आगामी दो नवंबर को भारत निर्वाचन आयोग करेगा. यह समीक्षा वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से होगी. इसमें सभी जिलों के डीसी, एसपी, रेंज डीआइजी और आइजी रैंक के अधिकारी शामिल होंगे. निर्वाचन आयोग के निर्देश पर पुलिस मुख्यालय आइजी अभियान सह स्टेट पुलिस नोडल पदाधिकारी एवी होमकर ने सभी जिलों के एसपी से पत्राचारकर विभिन्न बिंदुओं पर रिपोर्ट मांगी है. साथ ही समीक्षा बैठक में भाग लेने का निर्देश दिया है.
मतगणना की तैयारी को लेकर मांगी गयी जानकारी
रिपोर्ट बैठक से पहले निर्वाचन आयोग को उपलब्ध कराया जायेगा. रिपोर्ट में संबंधित जिला के एसपी से मतगणना को लेकर की गयी तैयारी, माइक्रो पर्यवेक्षक की तैनाती और ट्रेनिंग, मतदान के दिन की तैयारी, उपलब्ध फोर्स की तैनाती, कम्यूनिकेशन प्लान, इलाके की संवेदनशीलता के हिसाब से मैपिंग, शिकायतों के निबटारे से संबंधित कार्रवाई, मतदान और मतगणना कर्मियों का प्रशिक्षण, पोस्टल बैलेट की उपलब्धता को लेकर तैयारी, स्ट्रांग रूम और इवीएम की व्यवस्था सहित अन्य बिंदु पर जानकारी मांगी गयी है.
इस बार प्रत्याशियों की संख्या बढ़ी, तैयारी पूरी
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार ने कहा है कि वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव से इस बार प्रत्याशियों की संख्या बढ़ी है. बढ़े हुए प्रत्याशियों के लिए निर्वाचन आयोग के पास पर्याप्त इवीएम हैं. इसके अलावा स्वच्छ, निष्पक्ष और स्वतंत्र मतदान के लिए तैयारी पूरी है. उन्होंने बताया कि प्रथम चरण के चुनाव के लिए नाम वापसी की प्रक्रिया पूरी हो गयी है. वहीं, दूसरे चरण के लिए बुधवार को स्क्रूटनी की गयी. कुछ जिलों में प्रत्याशियों को कतिपय सूचना देने के लिए शुक्रवार को दिन के 11 बजे बुलाया गया है. उसके बाद स्पष्ट हो जायेगा कि कितने प्रत्याशियों के नामांकन दुरुस्त मिले हैं.
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