योगदा सत्संग सोसाइटी ऑफ इंडिया के रांची आश्रम में रविवार 16 जून को दसवें अंतराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर में विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया. इस कार्यक्रम में 450 से अधिक लोगों ने भाग लिया.
योग से होती है शांति प्राप्त
कार्यक्रम में भाग लेने वाले लोगों को योग-ध्यान के मूल सिद्धांतों से परिचित कराया गया. कार्यक्रम में सन्यास स्वामी ईश्वरानंद गिरि ने कहा कि ध्यान-योग का मुख्य संतुलन एवं शांति प्राप्त करना है. इस विषय पर बोलते हुए सत्यान्वेषियों के आंतरिक प्रशान्ति के खोज करने के लिए प्रोत्साहन किया.
कार्यक्रम की शुभारंभ परिचय से हुआ
इस शान्त आश्रम में रविवार की सुबह उत्साहपूर्ण तरीके से अनेक सत्यान्वेषियों को आकर्षित करते हुए यह अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस कार्यक्रम श्री परमहंस योगानन्द—वाईएसएस के संस्थापक और अत्यन्त लोकप्रिय पुस्तक योगी कथामृत के लेखक के परिचय के साथ प्रारम्भ हुआ.
कार्यक्रम का प्रसारण यूट्यूब से हुआ लाइव
आए हुए लोगों को योग के माध्यम से अनुभव की जा सकने वाली शान्ति से परिचित कराने के लिए ध्यान सत्र का संचालन किया जिसमें सही मुद्रा का अभ्यास, प्रारम्भिक श्वसन व्यायाम, एक प्रतिज्ञापन और एक मानसदर्शन सम्मिलित था.
इस कार्यक्रम का प्रसारण यूट्यूब के माध्यम से लाइव हुआ. जिसे सैंकड़ों लोगों ने घर बैठे देखा. और अंत मे वाईएसएस ने सत्य की खोज करने वालों को आमन्त्रित किया कि वे वाईएसएस मार्ग द्वारा गृह-अध्ययन पाठमाला के माध्यम से प्रदान की जाने वाली इन क्रियायोग शिक्षाओं के विषय में वाईएसएस वेबसाइट के माध्यम से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं.
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