साहिबगंज: 1000 करोड़ के अवैध खनन और मनी लाउंड्रिंग मामले की जांच करने पहुंची सीबीआइ की टीम तीसरे दिन शुक्रवार की सुबह सिमरिया मौजा पहुंची. यहां पर कुछ खदानों की जांच-पड़ताल की. इसके बाद टीम दो भागों में बंट गयी. इनमें से एक टीम इडी के गवाह व ग्राम प्रधान विजय हांसदा के गांव भवानी चौकी पहुंची. यहां पर विजय हांसदा की प्राथमिकी में गवाह रवि हांसदा से पूछताछ की. सूत्रों के अनुसार, रवि ने मामले में साफ इनकार करते हुए कहा कि मुझे धोखे से आवास दिलाने के नाम पर कागज पर सिग्नेचर कराया गया था.
रवि ने सीबीआइ को बताया कि वह बाहर काम करता है. इसके बाद उसके सिग्नेचर के मिलान भी किया गया. करीब दो घंटे तक सीबीआइ की टीम ने रवि से पूछताछ की है और कई अहम जानकारियां हासिल कीं. वहीं, दूसरी टीम महादेव मोड़ स्थित बैंक ऑफ इंडिया शाखा पहुंची, जहां विजय हांसदा के करीबी व पार्टनर के खातों की जानकारी हासिल की है. इसके बाद शुक्रवार की दोपहर सीबीआइ की टीम साहिबगंज चौक बाजार स्थित केनरा बैंक पहुंची.
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यहां भी विजय हांसदा के दूसरे पार्टनर चुकड़ा मुर्मू के बैंक खाता से कई अहम डिटेल निकाले हैं. सूत्रों की मानें, तो वहां से निकलने के बाद टीम रेल मार्ग से पत्थर ढुलाई की भी जानकारी हासिल की. ज्ञात हो कि इडी के गवाह नींबू पहाड़ के प्रधान विजय हांसदा के एसटी-एससी केस मामले की जांच के लिए सीबीआइ की टीम तीन दिनों से साहिबगंज में रुकी है.