प्रवर्तन निदेशालय (इडी) ने पंकज मिश्रा मामले में साहिबगंज में बिजली विभाग के अधीक्षण अभियंता नाथन रजक, सूरज पंडित और चंदन को समन जारी कर पूछताछ के लिए हाजिर होने का निर्देश दिया है. इन सभी पर न्यायिक हिरासत में इलाज के लिए रिम्स में भर्ती रहने के दौरान पंकज मिश्रा से मिलने और उसे फोन की सुविधा उपलब्ध कराने का आरोप है. नाथन रजक को 21 फरवरी को, सूरज पंडित को 22 फरवरी को और चंदन को 23 फरवरी को बुलाया गया है.
पंकज मिश्रा अवैध खनन के सहारे मनी लाउंड्रिंग के आरोप में जेल में बंद है. गिरफ्तारी के पहले चरण में वह इलाज के लिए रिम्स में भर्ती हुआ था. उस अवधि में कई अधिकारी उससे मिलने जाते थे. इडी ने रिम्स से मिले सीसीटीवी फुटेज की जांच के दौरान पाया कि नाथन रजक भी पंकज मिश्रा से मिलने रिम्स गये थे. सीसीटीवी फुटेज से मिली तस्वीरों की पहचान का काम अब भी जारी है. जांच में इडी को यह भी पता चला था कि रिम्स में भर्ती रहने के दौरान पंकज मिश्रा ने 300 से अधिक फोन कॉल किये. रिम्स में पंकज के फोन की सुविधा उपलब्ध कराने के मामले में इडी ने सूरज व चंदन को पकड़ा था.
नाथन रजक ने कहा कि इडी का समन उन्हें मिला है, लेकिन समझ नहीं आ रहा है कि क्यों मिला है? न तो मैं पंकज मिश्रा को जानता हूं और न ही कभी मिला हूं. साहिबगंज में अधीक्षण अभियंता के रूप में मेरी पोस्टिंग अगस्त 2022 में हुई थी. फिर भी इडी का समन मिला है, तो जरूर जाऊंगा, ताकि गलतफहमी न रहे.