साहिबगंज. तीन मूल मंत्र से नवजात शिशुओं को सुरक्षित रखें. उक्त बातें रांची रिम्स के सहायक प्रोफेसर डॉ किरण शंकर दास ने गुरुवार को साहिबगंज सदर अस्पताल में जिला स्वास्थ्य समिति साहिबगंज द्वारा नवजात शिशु सप्ताह कार्यशाला में उपस्थित महिलाओं को संबोधित करते हुए कहीं. उन्होंने कहा कि नवजात शिशुओं को फीट रखने के लिए तीन मूल मंत्र पर विशेष ध्यान देना है. पहले माताएं अपने शिशु को कंगारू मदर केयर की तकनीक से स्तनपान करायें. दूसरा शिशु को इंफेक्शन से बचाना है. तीसरा तय तापमान में शिशुओं को रखना है. उन्होंने कहा कि शिशु को कम से कम छह माह तक मां का दूध पिलायें. शिशु को इंफेक्शन से बचाने के लिए कम व्यक्ति के टच में रखे. अगर कोई दूसरा व्यक्ति शिशु को लेने चाहता हैं, तो हाथ अच्छी तरह से धोने के बाद ही लें. नवजात शिशु को 36.5 से 37.5 डिग्री तापमान में रहे. इससे एक डिग्री कम तापमान होने पर शिशु का मृत्यु दर बढ़ जाता है. आम आदमी की तुलना में एक लेयर अधिक शिशु को कपड़ा पहनायें. साथ ही टोपी, मौजा, दस्ताना शिशु को आवश्य पहनायें. वही डॉ फरोग हफन ने उपस्थित माताओं को नवजात शिशुओं को इंफेक्शन से बचाने से संबंधित जानकारी देते हुए बताया कि शिशु को टच करने से पहले हाथ धो लें या सेनेटाइज आवश्य कर लें. हाथ धोकर शिशु को टच करने से शिशु इंफेक्शन से बचेगा. काजल व अन्य तेल लगाने से बचें. शिशु को सिर्फ कोकोनट ऑयल से ही मालिश करें. वहीं डॉ आशुतोष कुमार ने कहा कि डॉ किरण के बताये गये तीन बातों को गांठ बांध लें कि शिशु को कंगारू मदर केयर तकनीक से स्तनपान कराना है. इंफेक्शन से शिशु को बचाना है एवं शिशु के कमरे का तापमान मेंटेन करके रखेंगे. इसके पूर्व सिविल सर्जन डॉ प्रवीण कुमार संथालिया एवं रिम्स रांची के सहायक प्रोफेसर डॉ किरण शंकर दास ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कार्यशाला का उद्घाटन किया. मौके पर अतिथियों का स्वागत पुष्प कुछ देकर किया गया. मौके पर सिविल सर्जन डॉ प्रवीण कुमार संथालिया, रिम्स रांची के सहायक प्रोफेसर डॉक्टर किरण शंकर दास, डॉ फरोग हसन, डॉ आशुतोष कुमार, डीपीएम हीना वर्णवाल, जिला मलेरिया सलाहकार डॉ सती बाबू, अमित शांडिल्य, जयराम यादव, संजय राम सहित दर्जनों महिलाएं मौजूद थी.
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