सरायकेला: सरायकेला खरसावां जिले के चेंबर अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि व्यापारियों पर जेएनएसी अधिकारियों एवं कर्मचारियों के द्वारा अतिक्रमण हटाने के दौरान की गयी बर्बरतापूर्वक लाठीचार्ज की वे कड़ी निंदा करते हैं. इस प्रकार की कार्रवाई किसी भी स्थिति में स्वीकार नहीं है. उन्होंने कहा कि लाठीचार्ज के दौरान राहगीरों को भी नहीं बख्शा गया. चेंबर इस लाठीचार्ज का पूरजोर विरोध करता है. महासचिव मनोज कुमार चौधरी ने राज्यपाल से दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है. सचिव आकाश अग्रवाल ने इसे दुर्भावनापूर्ण कार्रवाई बताया.
राज्यपाल से की कार्रवाई की मांग
महासचिव मनोज कुमार चौधरी ने राज्यपाल से मांग की है कि इस घटना की त्वरित जांच करते हुए इसके लिए जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की जाए. उन्होंने कहा कि व्यापारी राष्ट्र एवं राज्य के सर्वांगीण विकास के लिए करों का भुगतान कर अपना व्यापार करते हैं और उनके खिलाफ इस तरह की कार्रवाई अत्यंत ही निंदनीय है. चेंबर अतिक्रमण का संरक्षक नहीं है, लेकिन अगर प्रशासन को अति आवश्यक लग रहा था तो पहले दुकानदारों को नोटिस जारी किया जाना चाहिए था और माइक से अनांउस कर व्यापारियों को अपने सामानों को हटाने के लिए समय दिया जाना चाहिए था, लेकिन ऐसा किए बगैर सीधे अतिक्रमण हटाना और अपने सामानों की रक्षा के लिए आगे आए दुकान मालिकों पर लाठीचार्ज करना उनकी पूर्व नियोजित मंशा जाहिर करती है. चेंबर इसे कतई बर्दाश्त नहीं करेगा.
दुर्भावना से ग्रसित होकर की गयी लाठीचार्ज
चेंबर के सचिव आकाश अग्रवाल ने इसे दुर्भावना से ग्रसित होकर सोची-समझी रणनीति के तहत की गयी कार्रवाई बताया. उन्होंने जेएनएसी अधिकारियों से पूछा है कि प्रशासन के द्वारा अतिक्रमण के लिए दोतरफा रवैया अपनाया जाना कहां तक सही है?