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झारखंड : सिमडेगा में हाथियों का उत्पात, 8 साल की दिव्यांग बच्ची को कुचल कर मार डाला, घरों को किया क्षतिग्रस्त

सिमडेगा के बांसजोर प्रखंड में हाथियों के उत्पात से ग्रामीण परेशान हैं. टेंगराटुकू गांव में एक जंगली हाथी ने आठ साल की बच्ची को पटक कर मार डाला. वहीं, कई घरों को क्षतिग्रस्त किया. पूर्व मंत्री एनाेस एक्का ने वन विभाग के पदाधिकारियों की कार्यशैली पर नाराजगी जाहिर की है.

सिमडेगा, मो इलियास : सिमडेगा जिला अंतर्गत बांसजोर प्रखंड की उरते पंचायत स्थित टेंगराटुकू गांव में एक जंगली हाथी ने आठ साल की दिव्यांग बच्ची को कुचल कर मार डाला. वहीं, कई घरों को क्षतिग्रस्त कर दिया. हाथी के इस उत्पात से ग्रामीणों में दहशत है. इधर, इस घटना की जानकारी मिलने पर पूर्व मंत्री एनाेस एक्का ने दुख व्यक्त करते हुए वन विभाग के पदाधिकारियों की कार्यशैली पर नाराजगी जाहिर की.

क्या है मामला

जानकारी के मुताबिक, टेंगराटुकू गांव में रविवार की रात करीब एक बजे एक जंगली हाथी गांव में आ धमका. इस दौरान उसने एडमोन जोजो के घर को क्षतिग्रस्त करने लगा. तभी घर में सो रहे एडमोन जोजो की पत्नी पूनम जोजो हाथी के डर से अपने दो बच्चे दो वर्षीय बेटा साहिल जोजो और आठ वर्षीय बेटी कुंलती जोजो को लेकर घर से बाहर निकल कर भागने लगी. इसी क्रम में कुंलती जोजो को हाथी ने अपनी चपेट में ले लिया और पटक कर मार डाला. पूनम जोजो किसी तरह अपने बेटे को लेकर बगल के घर में जाकर जान बचाई. मृतक का पिता काम करने के लिए गुजरात गया हुआ है. घटना को लेकर पूरे क्षेत्र में शोक की लहर है. परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है.

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मृतक बच्ची के परिवार से मिले नेतागण

घटना की जानकारी मिलते ही पूर्व मंत्री एनोस एक्का, झापा युवा जिलाध्यक्ष संदेश एक्का, मुखिया सीमा डुंगडुंग, झामुमो जिला अध्यक्ष अनिल कंडुलना अपने समर्थकों के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और प्रभावित परिवार से मुलाकात किया. साथ ही प्रभावित परिवार को उचित मुआवजा एवं अन्य सरकारी लाभ दिलाने की बात कही. साथ ही जंगली हाथियों से बचने के लिए तेल, टार्च आदि उपलब्ध कराने एवं जंगली हाथियों को इस क्षेत्र से जल्द से जल्द भगाने की मांग प्रशासन और वन विभाग के पदाधिकारियों से की.

पूर्व मंत्री ने वन विभाग की कार्यशैली पर जतायी नाराजगी

इस मौके पर पूर्व मंत्री एनोस एक्का ने वन विभाग के पदाधिकारियों की कार्यशैली पर नाराजगी जताते हुए विभाग द्वारा कोई ठोस कार्रवाई नहीं करने पर आंदोलन की चेतावनी दी. घटना की जानकारी मिलते ही प्रखंड विकास पदाधिकारी नितेश रोशण खलखो, थाना प्रभारी मैथु एक्का एवं अन्य पदाधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे. प्रखंड विकास पदाधिकारी ने प्रभावित परिवार को पीएम आवास, राशन कार्ड और वन विभाग से मिलने वाली मुआवजा राशि जल्द दिलाने की बात कही. साथ ही राशन, कंबल आदि उपलब्ध कराने की भी बात कही. सूचना पर वन विभाग के वनरक्षी अविनाश वीसी भी पहुंचे और मृतक की मां को 10 हजार रुपये सहयोग राशि उपलब्ध कराया. इधर पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेते हुए पोस्टमार्टम के लिये सदर अस्पताल भेज दिया.

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हाथियों का उत्पात

बता दें कि जंगली हाथियों द्वारा लागातार क्षेत्र में उत्पात मचाया जा रहा है. अब तक कई घरों को क्षतिग्रस्त करने के अलावा फसलों को नुकसान पहुंचाया गया है. परिणाम स्वरूप ग्रामीणों को काफी आर्थिक नुकसान हुआ है. ग्रामीणों ने बताया कि रविवार की रात में ही टेंगराटुकू गांव के बाद उक्त हाथी कुलामारा गांव में दिनेश्वर सिंह, सुमित्रा देवी, पतराटोली में फुलमनी के अलावा अन्य गांवों में कई घरों को क्षतिग्रस्त कर घर में रखे अनाज खा गया. साथ ही खेत में लगे धान के बीड़ा को भी नुकसान पहुंचाया.

गढ़वा के धुरकी में हाथियों के झुंड ने खड़ी फसलों को रौंदा

दूसरी ओर, गढ़वा जिला अंतर्गत धुरकी प्रखंड के परासपानी कला गांव के छुछी पहाड़ में बसा राज्यपाल नगर में जंगली हाथियों के झुंड ने जमकर उत्पात मचाया. किसानों के खेतों में लगी धान, अरहर, तिल व मकई की फसलों को रौंदकर नष्ट कर दिया. सोमवार को स्थानीय ग्रामीण एनाएतुल अंसारी, सुदीप गोड़, सुरजदेव गोड़ एवं मस्तरी बीबी ने बताया कि रविवार की रात करीब 10 बजे 15-20 हाथियों का झुंड जिसमें हाथी के बच्चे भी शामिल थे. उनके गांव में आ धमके और उनके खेतो में लगी फसलों को खाने के अलावा उसे रौंदकर नष्ट कर डाला.

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फसलों को किया बर्बाद

भुक्तभोगी किसानों ने बताया कि रात 10 बजे से लेकर रात्रि के दो बजे तक जंगली हाथियों का झुंड उनके घर और खेतों के इर्द-गिर्द घुम-घुमकर विचरण करते हुए जोर-जोर से चिंघाड़ता रहा. हाथियों के चिंघाड़ और शोर शराबे को सुनकर आसपास के कुत्ते भी दुबक गये थे. भुक्तभोगी एनाएतुल अंसारी ने बताया कि जब हाथियों ने खेतों में लगी फसल को खाकर और रौंदकर नष्ट कर दिया, तब वे खेतों से निकल कर मिट्टी के मकान को तोड़ने का प्रयास करने लगे. इसके बाद वे अपने आप घने जंगलों की तरफ मुड़ गये. भुक्तभोगी लोगों ने बताया कि रातभर सभी ग्रामीण जंगली हाथियों के भय से सो नहीं पाये. इसके बाद उन्होंने वनपाल को फोन कर इसकी सूचना दी. सूचना मिलते ही वनपाल प्रमोद कुमार यादव मोटरसाइकिल से परासपानी कला गांव के राज्यपाल नगर छूछी पहाड़ पहुंचे और भुक्तभोगियों के खेतों का निरीक्षण किया. निरीक्षण कर वनपाल ने माना कि उक्त भुक्तभोगी किसानों की फसल खासकर धान के बिचड़े को हाथियों ने नष्ट कर दिया है. हाथियों ने कई लोगों की करीब तीन एकड़ खेत में लगी फसल को नुकसान पहुंचाया है. उन्होंने कहा कि प्रभावित किसानों के आवेदन मिलने के बाद वन विभाग द्वारा मुआवजा दिया जायेगा. उन्होंने कहा की फिलहाल जंगली हाथीयो के झुंड से जानमाल की सुरक्षा के लिए ग्रामीणों को जागरूक किया जा रहा है.

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