रविकांत साहू, सिमडेगा
पुलिस व शिक्षा विभाग के संयुक्त प्रयास के कारण जिले में मैट्रिक के रिजल्ट में अप्रत्याशित सुधार हुआ है. पिछले वर्ष की बात करें तो जिले में मैट्रिक परीक्षा का रिजल्ट काफी खराब था. सिमडेगा जिला झारखंड में 23वें नंबर पर था. जिसके कारण जिला शिक्षा पदाधिकारी को शिक्षा विभाग की ओर से कड़ी फटकार भी लगायी गयी थी. इसके बाद से ही शिक्षा विभाग व पुलिस विभाग का संयुक्त अभियान चला. दोनों विभाग के संयुक्त अभियान और कड़ी मेहनत के कारण ही इस वर्ष सिमडेगा जिला 23वें से सीधे नौवें स्थान पर पहुंच गया. सिमडेगा जिले का रिजल्ट 90.89 प्रतिशत रहा. अनुमंडल शिक्षा पदाधिकारी बादल राज द्वारा पिछले दिनों एक अनूठा अभियान शुरू किया गया था. जिसके तहत सिटी बजाओ उपस्थित बढ़ाओ का नारा दिया गया था. बच्चे अहले सुबह अपने घरों से सीटी लेकर निकलते थे अौर सीटी बजाते हुए विद्यालय तक पहुंचते थे. सीटी बजाने के साथ ही आसपास के अभिभावक समझ जाते थे कि स्कूल खुला हुआ है. ऐसे में उनके बच्चे कोई बहाना नहीं बना पाते थे. इस अभियान के शुरू होते ही स्कूलों में शत प्रतिशत उपस्थित हो गयी. अभियान को राज्य स्तर पर लागू भी किया गया था. शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए पुलिस विभाग द्वारा पुलिस अंकल ट्यूटोरियल के माध्यम से लगातार प्रयास किया जाता रहा. इसके माध्यम से मेधावी गरीब छात्र-छात्राओं को नि:शुल्क कोचिंग की सुविधा दी गयी. पुलिस पदाधिकारी द्वारा भी स्कूलों में जाकर हर विषय की पढ़ाई बच्चों को करायी गयी. नि:शुल्क कोचिंग के माध्यम से भी बच्चों का रिजल्ट सुधारने में पुलिस विभाग ने कड़ी मेहनत की. शिक्षा के स्तर को सुधारने में शिक्षा विभाग और पुलिस विभाग ने और एक-एक कड़ी जोड़ने का काम किया. पिछले दिनों मैट्रिक एग्जाम से पहले प्री मैट्रिक एग्जाम का आयोजन किया गया था. जिसमें लगभग बच्चों की शत प्रतिशत उपस्थिति रही थी. प्री बोर्ड एग्जाम में बैठे छात्र-छात्राओं की कॉपी का गंभीरता से मूल्यांकन किया गया था. जिस विषय में जो भी छात्र कमजोर थे. उन्हें पुनः विषयवार कोचिंग दी गयी. बेहतर रिजल्ट के लिए छात्र-छात्राओं को प्रेरित किया गया. सामूहिक प्रयास से जिले का रिजल्ट 23वें से नौवें स्थान पर पहुंच गया. जिले के उपायुक्त अजय कुमार सिंह ने रिजल्ट पर संतोष जाहिर करते हुए शिक्षा विभाग की तारीफ की.