Jharkhand News: सिमडेगा विधायक भूषण बाड़ा हाथियों की चपेट में आने से बाल-बाल बचे. बताया गया कि बुधवार को दिनभर आधा दर्जन गांव में पैदल घूम-घूमकर हाथी भगाने की सामग्री बांटने के बाद सिमडेगा विधायक भूषण बाड़ा देर शाम तक खुद मशाल लेकर हाथियों को भगाते हुए नजर आए. इस दौरान विधायक भूषण बाड़ा बिरनीबेड़ा गांव में हाथियों की चपेट में आने से बाल-बाल बच गये.
क्या है मामला
बुधवार की रात सात बजे विधायक भूषण बाड़ा बिरनीबेड़ा सहित जोगबहर, थोलकोबेड़ा, टोंगरीटोली, भवरपानी, भण्डार टोली, बिरनीबेड़ा आदि गांव में घूम-घूमकर हाथ में मशाल लेकर पैदल ही हाथियों के झुंड को भगा रहे थे. इसी दौरान बिरनीबेड़ा गांव में लगभग 22 की संख्या में हाथियों का झुंड विधायक के बहुत करीब आ गये थे. किसी तरह विधायक वहां से निकलने में सफल रहे. हालांकि, इसके बाद भी विधायक का हौसला कम नहीं हुआ. वे हाथियों को खदेड़ने में डटे रहे और ग्रामीणों का हौसला बढ़ाते रहे.
ग्रामीणों को हाथी भगाने के लिए बांट रहे सामग्री
विधायक द्वारा दिन के साथ-साथ रात में भी ग्रामीणों के साथ उपस्थित रहने पर ग्रामीणों में हौसला बढ़ा. विधायक बुधवार को दिनभर हाथी प्रभावित ग्रामीणों के साथ ही रहे और उनके बीच हाथी भगाने के लिए जुट का बोरा, मोबिल, ट्रॉच, पटाखा आदि समान बांटते हुए हाथियों को खदेड़ने की रणनीति बनाते रहे. विधायक पिछले एक सप्ताह में दूसरी बार हाथी प्रभावित गांव पहुंचे हैं. इतना ही नहीं, हाथी के गांव आने के बाद से विधायक के कार्यकर्ता रोजाना ही गांव पहुंचकर ग्रामीणों की समस्या सुन रहे हैं.
वन विभाग का नहीं मिला साथ
हालांकि, विधायक के इस प्रयास में वन विभाग का साथ नहीं मिला. जिसपर विधायक ने विभाग के प्रति काफी आक्रोश दिखे. उन्होंने कहा कि वन विभाग के कर्मी लापरवाह हो गए हैं. कुछ दिन पूर्व ही गांव पहुंचकर जल्द हाथियों को खदेड़ने का निर्देश दिया गया था. इसके बाद भी विभाग के कर्मी कुंभकर्णी नींद में सोए हुए हैं. ऐसे लापरवाह कर्मियों के कारण ही जनता को परेशानी झेलनी पड़ती है. विधायक ने कहा कि ऐसे लापरवाह कर्मचारियों की सरकार को जरूरत नहीं. वन कर्मी अपनी कार्यशैली में सुधार लाएं. बंगाल की टीम बुलाकर जल्द से जल्द हाथियों को भगाएं वर्ना बहुत जल्द आपके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
मेरी जनता परेशान है, ऐसे में हम घर बैठे नहीं मना सकते हैं दशहरा का जश्न : विधायक
वहीं, विधायक भूषण बाड़ा ने कहा कि जनता की परेशानी मेरी परेशानी है. दशहारे के जश्न के बीच कई गांवों के ग्रामीण हाथियों के आतंक से परेशान हैं. ऐसे में वे घर बैठे पर्व त्योहार का जश्न नहीं माना सकते. उन्होंने कहा कि वे जनता की तकलीफों को ही दूर करने के लिए राजनीति में आये हैं. उन्होंने बताया हाथियों ने छह घर को बुरी तरह से क्षतिग्रस्त कर दिया है. साथ ही घर में रखे अनाज को भी खा गया है.
हाथियों ने आधा दर्जन घरों को किया क्षतिग्रस्त
विधायक भूषण बाड़ा ने बताया कि हाथियों ने आधा दर्जन ग्रामीणों के घरों को क्षतिग्रस्त कर दिया है. जिसमें दिब्यानी केरकेट्टा, जोसेफ बिलुंग, दिलीप बिलुंग, जेवियर बिलुंग, सिरिल बिलुंग, अशोक बिलुंग शामिल है. वहीं, लगभग डेढ़ दर्जन किसानों के खेतों में लगी फसल को भी बर्बाद कर दिया है. विधायक ने जल्द से जल्द प्रभावितों के बीच मुआवजा का वितरण करने की मांग की है. विधायक के साथ हाथी भगाने के दौरान जिला प्रवक्ता रणधीर रंजन, उप प्रमुख सिल्बेस्टर बाघवार विधायक प्रतिनिधि सह जिला प्रभारी तिलका रमन, विधायक प्रतिनिधि नीरोज बड़ा, पाकरटांड़ के पूर्व प्रखंड अध्यक्ष अजीत लकड़ा,शशि गुड़िया, विजय स्वराज डुंगडुंग,मुखिया निराली रेखा बरवा सहित सैकड़ों ग्रामीण शामिल थे.
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रिपोर्ट : मो इलियास, सिमडेगा.