चाईबासा: पश्चिमी सिंहभूम जिले के चाईबासा समाहरणालय सभागार में रविवार को पुलिस पदाधिकारियों के साथ नक्सल अभियान की समीक्षा बैठक में डीजीपी अनुराग गुप्ता ने कहा कि झारखंड में 95 प्रतिशत नक्सलियों का खात्मा हो चुका है. पश्चिमी सिंहभूम में मात्र 4-5 फीसदी ही नक्सल समस्या बची है. इसे जल्द खत्म कर पूरे झारखंड को नक्सल मुक्त करेंगे. इसके लिए रिटालियन (जवाबी कार्रवाई), ऑपरेशन, सीआरपीएफ कैंप आदि बिंदुओं पर काम किया जा रहा है. सभी अधिकारियों से फील्ड के एक्सपीरियंस की जानकारी ली गयी है. उन्होंने जो इनपुट दिया है, उस आधार पर पॉलिसी का रिव्यू करेंगे और कमियों को दूर करेंगे.
अब गांव के लोग ही नक्सलियों को भगायेंगे
गुदड़ी में नक्सलियों के विरोध में ग्रामीणों के उतरने पर उन्होंने कहा कि यह कोई नयी बात नहीं है. नक्सली गांव के लोगों को परेशान करेंगे, तो ग्रामीण भी इसका विरोध करेंगे. इससे पहले भी राज्य के कई थानों और गांवों में ऐसे मामले सामने आये हैं. अब गांव के लोग ही इन्हें भगायेंगे.
जवानों के लिए लागू की गयी है हैंडसम पॉलिसी
पुलिसकर्मियों की ट्रांसफर-पॉलिसी पर चर्चा हुई. डीजीपी ने कहा कि जो लंबे समय से नक्सल क्षेत्र में काम कर रहे हैं, उनका ट्रांसफर किया जायेगा. राज्य सरकार ने पुलिस को बहुत सारी सुविधाएं दी हैं. जवानों को 13 महीने का वेतन दिया जा रहा है. ओल्ड पेंशन स्कीम लागू कर दी गयी है. अगर जवान किसी घटना में घायल होते हैं या शहीद होते हैं, तो उनके लिए हैंडसम पॉलिसी है. उनके परिवार के लोगों के लिए नियुक्ति की प्रक्रिया बहुत सरल कर दी गयी है. बीमारी होने पर भी कई तरह की सुविधाएं दी जा रही हैं.
बैठक में ये थे उपस्थित
उपायुक्त कुलदीप चौधरी, आइजी एबी होमकर, पुलिस अधीक्षक आशुतोष शेखर, विभिन्न थानों के थाना प्रभारी आदि बैठक में मौजूद थे.
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