15.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

कोल्हान यूनिवर्सिटी के 12वें स्थापना दिवस कार्यक्रम का आज को होगा ऑनलाइन प्रसारण, जानिए अब भी क्या है चुनौतियां…

Jharkhand news, Chaibasa news : कोल्हान विश्वविद्यालय (Kolhan University) में गुरुवार (13 अगस्त, 2020) को 12वां स्थापना दिवस का आयोजन विश्वविद्यालय के सीनेट हॉल (Senate hall) में होना है. इसको लेकर विवि प्रशासन की ओर से सभी तैयारी पूरी कर ली गयी है. हालांकि, इस बार कोविड-19 को लेकर विवि के साथ-साथ ऑनलाइन कार्यक्रम प्रसारित करने का निर्णय लिया गया है. साथ ही गुगल मीट के तहत सभी कॉलेजों के शिक्षक, विद्यार्थी को भी जोड़ने का निर्णय लिया गया है.

Jharkhand news, Chaibasa news : चाईबासा (सुकेश कुमार) : कोल्हान विश्वविद्यालय (Kolhan University) में गुरुवार (13 अगस्त, 2020) को 12वां स्थापना दिवस का आयोजन विश्वविद्यालय के सीनेट हॉल (Senate hall) में होना है. इसको लेकर विवि प्रशासन की ओर से सभी तैयारी पूरी कर ली गयी है. हालांकि, इस बार कोविड-19 को लेकर विवि के साथ-साथ ऑनलाइन कार्यक्रम प्रसारित करने का निर्णय लिया गया है. साथ ही गुगल मीट के तहत सभी कॉलेजों के शिक्षक, विद्यार्थी को भी जोड़ने का निर्णय लिया गया है.

बुधवार को तैयारी को लेकर कुलपति (Vice chancellor) डॉ गंगाधर पंडा ने विवि के पदाधिकारी समेत तैयारी कमेटी के साथ ऑनलाइन बैठक किया. जिसमें अबतक की तैयारी पर विचार किया गया. कुलपति ने कहा कि कोविड-19 से हमसभी को सावधान रहना है. इससे बचने का एकमात्र उपाय सोशल डिस्टैंसिंग है. गुरुवार को विवि के सीनेट हॉल में आयोजित होने वाले समारोह में अधिकतम 20 लोग ही शामिल होंगे. साथ ही इसमें उन शिक्षकों को सम्मानित किया जायेगा, जो पीजी विभाग से सेवानिवृत्त हुए हैं.

उन्होंने कहा कि विवि की ओर से 25 शिक्षक एवं 10 शिक्षकेत्तर कर्मचारियों को सम्मानित करना है. बाकी शिक्षकों को विवि स्तर से कॉलेज में ही सम्मानित किया जायेगा. इस दौरान विवि के प्रतिकुलति डॉ अरुण सिन्हा, कुलसचिव डॉ एसएन सिंह, प्रॉक्टर डॉ एके झा समेत अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे.

Also Read: Kolhan University Admission 2020: कोल्हान यूनिवर्सिटी ने निकाला एडमिशन के लिए नोटिफिकेशन, जाने आवेदन प्रक्रिया से जुड़ी हर डिटेल
तीन घंटे का होगा समारोह, सुबह 10.30 बजे होगी शुरुआत

कोल्हान विवि के सीनेट हॉल में सुबह 10.30 बजे समारोह का का शुभारंभ होगा. समारोह में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में कुलपति डॉ गंगाधर पंडा शामिल होंगे, जबकि विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रतिकुलपति डॉ अरुण कुमार सिन्हा समेत अन्य पदाधिकारी होंगे. समारोह का शुभारंभ कुलगीत के साथ होगा, जिसमें महिला कॉलेज के बीएड विद्यार्थी शामिल होंगे. अधिकतर 3-4 विद्यार्थी ही होंगे. समारोह में विद्यार्थियों को शामिल होने का आदेश नहीं दिया गया है. सभी विद्यार्थी गुगल मीट के तहत समारोह में शिरकत करेंगे. सभी छात्र प्रतिनिधि एवं जनप्रतिनिधि तथा शिक्षकों को ऑनलाइन आमंत्रित किया गया है.

12 साल में विवि ने कई उपलब्धि हासिल किया, अब भी कई चुनौतियां

कोल्हान विवि 13 अगस्त, 2009 को तत्कालीन मुख्यमंत्री मधु कोड़ा के प्रयास से चाईबासा में स्थापित हुआ. आरंभिक वर्ष में विवि के मात्र 15 अंगीभूत कॉलेज ही थे. जो अब बढ़कर 19 कॉलेज हो गये हैं. विवि ने अपने समय के साथ कई उपलब्धि को हासिल किया है. इसमें ऑनलाइन नामांकन, शिक्षकों की कमी को दूर करते हुए घंटी आधारित शिक्षकों की बहाली, नये कॉलेज की स्थापना, प्रत्येक विधानसभा में डिग्री कॉलेज स्थापित, महिला मॉडल कॉलेज की स्थापना, विभिन्न खेल का निर्धारित समय पर पूरा करना इत्यादि शामिल है. जबकि विवि के पास चुनौती भी कई है. इसमें अधिकतर कॉलेज एवं पीजी विभाग में सहायक प्रोफेसर के पद वर्षों से रिक्त पड़े हैं, जिनको अबतक पूरा नहीं किया जा सका है. साथ ही शिक्षकेत्तर कर्मचारी की भी काफी कमी है. लगातार प्रयास के बाद भी सत्र में सुधार नहीं है. पीएचडी में बेहतर सुधार, कम समय पर अधिक शोधार्थियों को डिग्री प्राप्त, अबतक 4 बार दीक्षांत समारोह का आयोजन इत्यादि शामिल है. कोल्हान विवि में यूजी, पीजी समेत वोकेशल व इंजीनियरिंग कॉलेजों से प्रत्येक सेमिस्टर में 60 हजार से अधिक विद्यार्थियों का एडमिशन होता है. वहीं, लगभग 35 से अधिक संबंद्धता प्राप्त कॉलेज भी चलते हैं.

गुणवत्तायुक्त शिक्षा पर विशेष जोर : कुलपति

कोल्हान विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ गंगाधर पंडा कहते हैं कि कोल्हान विश्वविद्यालय में चुनौती भले ही है, लेकिन हमारे पास हौसला बुलंद है. कॉलेजों में गुणवत्ता शिक्षा हो लेकर नयी रणनीति तैयार किया गया है. कोविड-19 के बाद इसे लागू किया जायेगा. समय पर सत्र पूरा करने से लेकर पीएचडी करने वालों की संख्या में बढ़ोतरी होगी. साथ ही शिक्षकों को बहाल करने को लेकर सरकार से वार्ता चल रही है, जो जल्द ही पूर्ण कर लिया जायेगा. छात्र प्रतिनिधियों के हर मांगों को गंभीरता से लिया जाता है.

Also Read: तसर बीज उत्पादन का गढ़ है कोल्हान, जानिए सरकार ने इस साल पैदावार का क्या तय किया है लक्ष्य
25 शिक्षक एवं 10 शिक्षकेत्तर रिटायर कर्मचारी होंगे सम्मानित

कोल्हान विवि के सीनेट हॉल में गुरुवार को आयोजित स्थापना दिवस समारोह में सेवानिवृत्त शिक्षक सम्मानित होंगे. समारोह में मात्र 3 शिक्षक एवं 1 शिक्षकेत्तर कर्मचारी सम्मानित होंगे, जो पीजी विभाग से सेवानिवृत्त हुए हैं. बाकी शिक्षकों को विवि स्तर से ही कॉलेजों में सम्मानित किया जायेगा. सम्मानित होने वाले रिटायर 25 शिक्षकों में घाटशिला कॉलेज के कमल गुहा और प्रो बसंती हंसदा, सायकोलॉजी डिपार्टमेंट के डॉ जेपी मिश्रा, ग्रेजुएट कॉलेज के डॉ पीएन मोहंती, डॉ किरण शुक्ला, एस अख्तरब, डॉ मोना कवि, डॉ शिरीन हसनैन, प्रो एके ठाकुर, दर्शनशास्त्र विभाग के डॉ एसपी मंडल, गणित विभाग के डॉ डीआर कोइरी, केएस कॉलेज सरायकेला की सुषमा दास, वींमेंस कॉलेज की रेवा प्रीतिलता, करीम सिटी कॉलेज के डॉ मोहम्मद जाकिर, संस्कृत विभाग के डॉ नीलम सिंह, टाटा कॉलेज के प्रो कस्तूरी, एसबी कॉलेज चांडिल के प्रो अमृत पाल, वीमेंस कॉलेज के डॉ पूर्णिमा कुमार, एबीएम कॉलेज के प्रो रंजीत सिंह, डॉ डीएन उपाध्याय, डॉ एसबी तिवारी, कोऑपरेटिव कॉलेज की डॉ नंदिता नाग, वर्कर्स कॉलेज के डॉ एके मंडल, महिला कॉलेज की डॉ मंजुला प्रसाद और मनोविज्ञान विभाग के प्रो व्यास सिंह सम्मानित होंगे

10 शिक्षकेतर कर्मचारी हाेंगे सम्मानित

कोल्हान विश्वविद्यालय स्थापना दिवस पर 10 शिक्षकेतर कर्मचारी होंगे सम्मानित. इनमें घाटशिला कॉलेज के बीबी राय, विश्वनाथ शर्मा, प्रेमचंद व आदित्य कुमार, कोऑपरेटिव कॉलेज के सत नारायण पांडे, वीमेंस कॉलेज की सीमा कुमारी सिंह, करीम सिटी कॉलेज के एसटी अफताब व वशी अहमद, ग्रेजुएट कॉलेज की अवधेश कुमारी और बहरागोड़ा कॉलेज के ललन कुमार सम्मानित होंगे.

Also Read: Monsoon 2020: झारखंड के 17 जिलों में हुई है सामान्य से कम बारिश, जानें, आपके जिला में कितना बरसा मानसून 2020
विवि की अबतक की उपलब्धि व चुनौती

उपलब्धि :

– कोल्हान विवि परिसर में सौदर्रीयकरण का कार्य पूर्ण, डाटा सेंटर भवन का निर्माण
– कोल्हान विवि के मार्क्स सीट समेत परीक्षा विभाग सारे छापाई का काम अबतक विवि परिसर में
– कोल्हान विवि में 12 करोड़ का बना भव्य ऑडिटोरियम
– प्रत्येक विधानसभाग में डिग्री कॉलेजों की स्थापना, जगन्नाथपुर, मनोहरपुर, खरसावां, मझगांव में नये कॉलेज
– विवि में व्यापक पैमाने पर संसाधनों का विकास हुआ, अपना भवन बन गया, परिसर का सौंदर्यीकरण हो रहा
– पूरी प्रणाली ऑनलाइन हो गयी है, कैशलेस व्यवस्था लागू है, पेपरलेस की प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ रही है
– घंटी आधारित शिक्षकों की बहाली हुई है, बाकी शिक्षकों की बहाल प्रक्रिया जल्द
– विश्वविद्यालय ने अनियमितता से जुड़ी शिकायतों की जांच कराने में कहीं कोई देरी नहीं की है
– विवि की ओर से कॉलेजों में मूलभूत सुविधाओं के विकास के लिये मासिक खर्च की राशि में वृद्धि की गयी
– विवि की ओर से सभी योग्य अंगीभूत कॉलेजों का नैक मूल्यांकन पूरा करा लिया गया है, कई को बेहतर ग्रेड मिले
– शिक्षकों से लेकर कर्मचारियों तक की वर्षों से लंबित मांगों को पूरा करने की दिशा में विवि ने तेजी से कदम उठाया
– विवि की ओर से छात्र-छात्राओं की आवश्यकता को ध्यान में रखकर नये-नये कोर्स शुरू किये गये
– जनजातीय भाषाओं के विकास के लिये पुस्तकों का प्रकाशन, अलग-अलग संकाय में जर्नल का प्रकाशन हो रहा

चुनौती :

– विवि में सीबीसीएस पाठ्यक्रम पूरी तरह से लागू नहीं, शिक्षकों की भारी कमी, विलंब से चल रहा सत्र

– कॉलेजों में बुनियादी सुविधा नहीं, कम कमरों में अधिक विद्यार्थी करते अध्ययन

– घंटी आधारित शिक्षकों को समय पर नहीं मिलता मानदेय, भाषा के शिक्षक नहीं

– क्षेत्रीय भाषाओं पर शिक्षक नहीं होने के कारण कई विद्यार्थी विवि में नामांकन नहीं कराते

– कुड़माली, हो व संथाली विभाग अलग होने का मामला अबतक लटका रहा

– शिक्षकों के साथ-साथ शिक्षकेत्तर कर्मचारियों की भारी कमी, फाइल पहुंचाने के लिये भी कर्मचारी नहीं

– सीबीसीएस प्रणाली लागू होने के बाद अपेक्षाकृत मूलभूत सुविधाएं व संसाधन छात्रों को मुहैया नहीं

– विवि से लेकर कॉलेजों तक में कार्यप्रणाली बेहद लचर, सख्त मॉनिटरिंग नहीं होने से मुख्यालय खाली रहता है

– विश्वविद्यालय से लेकर कॉलेजों तक में पानी, बिजली, शौचालय, पुस्तकालय, प्रयोगशाला की कमी

– अनियमितता से जुड़े मामलों में जांच के बाद अधिकांश मामलों में कार्रवाई की बजाय रिपोर्ट दबा दी गयी

– खेल प्रतिभाओं को बढ़ावा देने की कोई ठोस रणनीति पेश नहीं की गयी

– छात्रों के लिये गठित कमेटियां सक्रिय नहीं है, विद्यार्थियों को मुख्यालय तक दौड़ लगानी पड़ती है

– एनसीसी एवं एनएसएस जैसी गतिविधियों को लेकर विवि का रवैया असंतुलित, एनसीसी तो कुछ कॉलेजों तक सीमिति

– विद्यार्थियों को प्लेसमेंट दिलाने को लेकर अपेक्षाकृत सकारात्मक पहल होती नहीं दिखी

– विवि व कॉलेजों को तकनीकी तौर पर अपडेट बनाने की दिशा में संसाधनों की कमी पूरी नहीं की जा सकी

Posted By : Samir Ranjan.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें