Ladakh Protest: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने लद्दाख को लेकर केंद्र पर जोरदार हमला किया है. खरगे ने लद्दाख के लोगों की पूर्ण राज्य के दर्जे की मांग को लेकर जारी विरोध प्रदर्शन के लेकर बुधवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधा. खऱगे ने कहा कि इस केंद्रशासित प्रदेश को लेकर दी गई ‘मोदी की गारंटी’ एक विश्वासघात है. खरगे ने इसे चीनी गारंटी करार दिया है. खरगे में अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर पोस्ट करते हुए अन्य सभी गारंटियों की तरह लद्दाख के लोगों को संवैधानिक अधिकार सुनिश्चित करने की ‘मोदी की गारंटी’ एक बहुत बड़ा विश्वासघात है. यह नकली और चीनी प्रकृति के अलावा और कुछ नहीं है.
लद्दाख में हो रहा है प्रदर्शन
गौरतलब है कि केंद्रशासित प्रदेश लद्दाख को राज्य का दर्जा और छठी अनुसूची के तहत संवैधानिक सुरक्षा दिए जाने की मांग को लोग लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. पर्यावरणविद सोनम वांगचुक राज्य का दर्जा और छठी अनुसूची के तहत संवैधानिक सुरक्षा दिए जाने की मांग को लेकर बीते दो सप्ताह से भूख हड़ताल पर बैठे हैं. इसी को लेकर खरगे ने पोस्ट किया है कि मोदी सरकार ने हमारी क्षेत्रीय अखंडता और राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डाल दिया है. साथ ही वह लद्दाख के नागरिकों के संवैधानिक अधिकारों पर हमला कर रही है.
खरगे ने किया केंद्र पर हमला
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने केंद्र पर हमला करते हुए कहा कि मोदी सरकार लद्दाख के पर्यावरण के प्रति संवेदनशील हिमालयी ग्लेशियर का दोहन करना चाहती है और अपने करीबी दोस्तों को फायदा पहुंचाना चाहती है. गलवान घाटी में हमारे 20 बहादुरों के बलिदान के बाद पीएम मोदी की चीन को क्लीन चिट ने हमारी रणनीतिक सीमाओं पर चीन की विस्तारवादी प्रकृति को बढ़ावा दिया है. खरगे ने दावा किया कि एक तरफ, मोदी सरकार ने क्षेत्रीय अखंडता और राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डाल दिया है और दूसरी तरफ, वह लद्दाख के नागरिकों के संवैधानिक अधिकारों पर हमला कर रही है.
जयराम रमेश ने भी किया पोस्ट
इसी कड़ी में कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट कर लिखा कि 19 जून 2020 को चीन पर हुई सर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री ने घोषणा की कि थी कि एक भी चीनी सैनिक भारतीय क्षेत्र में नहीं घुसा है. लेकिन चीन की सेना हमारे जवानों को रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण देपसांग मैदानों तक जाने से रोक रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी चीन की सीमा पर पूर्व की यथास्थिति बहाल करने में विफल रहे हैं.
पढ़ें अन्य खबरें