लखनऊ: रालोद (RLD) ने बागपत से डॉ. राजकुमार सांगवान और बिजनौर से चंदन चौहान को लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2024) के मैदान में उतारा है. एनडीए से गठबंधन के बाद कयास लगाया जा रहा था कि रालोद से जयंत की पत्नी चुनाव बिजनौर से चुनाव मैदान में उतरेंगी. लेकिन जयंत चौधरी ने सभी कयासबाजी पर विराम लगा दिया है. वहीं यूपी विधान परिषद से एक प्रत्याशी घोषित करके जयंत चौधरी ने सबको चौंका दिया है. रालोद ने योगेश चौधरी को यूपी एमएलसी के चुनाव में मैदान में उतारा है.
एनडीए के अब तक 52 प्रत्याशी घोषित
यूपी में बीजेपी के बाद रालोद एनडीए का पहला घटक दल है जिसने Lok Sabha Election 2024 के लिए अपने दो सीटों पर प्रत्याशी घोषित किए हैं. यूपी में बीजेपी के 51 प्रत्याशियों की घोषणा की थी. इसमें से बाराबंकी से प्रत्याशी उपेंद्र रावत ने कथित अश्लील सीडी लाँच होने के बाद अपना नाम वापस ले लिया है. इस तरह बीजेपी के कुल 50 प्रत्याशी घोषित हो चुके हैं. अब रालोद ने बागपत और बिजनौर से अपने प्रत्याशी मैदान में उतारे हैं.
समाजवादी पार्टी ने दी थी सात सीटें
रालोद नेता जयंत चौधरी को यूपी में लोकसभा की दो सीटें एनडीए के कोटे से मिली हैं. इससे पहले समाजवादी पार्टी के साथ इंडिया गठबंधन में उन्हें सात सीटें मिली थी. लेकिन मुजफ्फर नगर सीट को लेकर पेंच फंस गया था. इसी खींचतान के बीच केंद्र सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न देने की घोषणा कर दी. इसी के साथ ही रालोद की बीजेपी से नजदीकिया बढ़ गई थी. जयंत चौधरी ने चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न देने की घोषणा के बाद एक्स लिखा था कि दिल जीत लिया. इसके बाद मीडिया से बातचीत में उन्होंने एनडीए में शामिल होने के सवाल पर कहा था कि कैसे मना करुंगा. इन सब घटनाक्रम के बीच रालोद ने राज्यसभा चुनाव में भी बीजेपी के प्रत्याशियों को वोट दिया था. इससे उनके एनडीए में शामिल होने की संभावनाओं को बल मिला था. 2 मार्च को जयंत चौधरी ने बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह के साथ मीटिंग की अपनी फोटो एक्स पर साझा की थी. इसी के साथ उनके एनडीए में शामिल होने की विधिवत घोषणा हो गई थी.
जानें कौन हैं डॉ. राजकुमार सांगवान
डॉ. राजकुमार सांगवान (63) बीते 44 साल से रालोद के साथ है. वह मेरठ कॉलेज से पढ़े हैं. एमए इतिहास से करने के बाद उन्होंने चौधरी चरण सिंह पर अपनी पीएचडी की. इसके बाद कॉलेज में ही इतिहास के प्रोफेसर बने. उन्होंने भारत रत्न चौधरी चरण सिंह का आशीर्वाद लेकर राजनीति शुरू की थी. वह मेरठ के निवासी है और जमीनी राजनीति के लिए जाने जाते हैं. उन्होंने लंबे समय तक छात्र और किसानों की राजनीति की है. इसके बाद पार्टी को अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया. डॉ. राजकुमार सांगवान 1980 में पहली बार बागपत के माया त्यागी कांड में हुए आंदोलन में चर्चित हुए थे. इसके बाद वह 1982 में मेरठ रालोद के जिला उपाध्यक्ष बनाए गए. 1986 में वह छात्र रालोद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाए गए. 1990 में मेरठ युवा रालोद के अध्यक्ष बने. 1995 में चौधरी अजित सिंह ने उन्हें बड़ी जिम्मेदारी देते हुए झारखंड और बिहार के चुनाव का प्रभारी बनाया था.
मीरपुर से विधायक हैं चंदन चौहान
रालोद ने बिजनौर से चंदन चौहान को लोकसभा चुनाव में मैदान में उतारा है. वह जयंत चौधरी के काफी करीबी हैं. वर्तमान में वह बिजनौर की मीरापुर से विधायक हैं. वह गुर्जर बिरादरी से हैं. उनके पिता भी बिजनौर से सांसद रह चुके हैं. बताया जा रहा है कि बिजनौर लोकसभा की दो विधानसभा सीटें मीरपुर और पुरकाजी मुजफ्फर नगर जिले में आती हैं. चंदन को टिकट देकर जयंत चौधरी ने जाट-गुर्जर बिरादरी को साधने की कोशिश की है.