भोपाल : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि नवरात्र के दौरान प्रदेश के सभी देवी मंदिर खुले रहेंगे. साथ ही श्रद्धालुजन आसानी से माता के दर्शन कर सकेंगे. हालांकि, उन्होंने कोरोना संक्रमण को लेकर मुख्यमंत्री ने प्रदेश की जनता से अपील की है कि यथासंभव घर पर ही माता की पूजा-अर्चना करें, जिससे मंदिरों में भीड़ एकत्रित ना हो. उन्होंने जनता से अनिवार्य रूप से मास्क लगाने, सोशल डिस्टैंसिंग का पालन करने, सैनेटाइजेशन आदि सभी कोरोना से संबंधित दिशा-निर्देशों का पालन करने की बात कही है.
मंदिर प्रांगण अथवा हॉल कितना भी बड़ा क्यों ना हो, एक समय में 200 से अधिक व्यक्ति एकत्रित नहीं होंगे. छोटे स्थानों पर उतने ही व्यक्ति एक बार में एकत्रित हों, जिससे एक-दूसरे के बीच पर्याप्त दूरी बनी रहे.
मंदिरों में दर्शन के लिए लगनेवाली लाइनों में एक-दूसरे श्रद्धालु के बीच पर्याप्त अंतर रखना अनिवार्य होगा. साथ ही मंदिर प्रबंध समितियों और व्यवस्थापकों को कोरोना को लेकर दिशा-निर्देशों का पालन सुनिश्चित करने का आदेश दिया है.
नवरात्र पर दुर्गा प्रतिमाएं स्थापित की जा सकेंगी. साथ ही स्थापित की जानेवाली प्रतिमाओं पर छह फीट ऊंचाई का प्रतिबंध नहीं होगा. लेकिन, प्रतिमाएं स्थापित करने और झांकियां बनाये जाने में इस बात का पूरा ध्यान रखा जाये कि उनके दर्शन श्रद्धालुओं को सुगमता से बिना रूके हो सकें.
दुर्गापूजा के दौरान कहीं भी भीड़ एकत्रित ना हो. गुफा या इस प्रकार की झांकी ना बनायी जाये. दर्शन में श्रद्धालुओं को सकरे रास्ते अथवा झुक कर जाने, अधिक समय तक एक स्थान पर रूकने पर रोक लगाना सुनिश्चित करना होगा.
नवरात्र पर किसी भी प्रकार के चल समारोह आयोजित नहीं होंगे. प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए आयोजन समिति अधिकतम 10 व्यक्तियों के साथ निर्धारित विसर्जन स्थलों पर जा सकेंगे. विसर्जन में पूरी सावधानियां बरतने के साथ संबंधित दिशा-निर्देशों का पालन अनिवार्य रूप से करना होगा.
दशहरे के मौके पर रावण दहन किया जा सकेगा. रामलीलाएं भी हो सकेंगी. लेकिन, कोरोना संक्रमण के मद्देनजर एक-दूसरे के बीच पर्याप्त दूरी रखना होगा. साथ ही मास्क लगाने आदि की सावधानियां अनिवार्य रूप से बरतनी होंगी.