भोपाल : एमपी में हॉर्स ट्रेडिंग की घटना के बाद अब गृहमंत्री अमित शाह की एंट्री हो गयी है. भाजपा विधायकों ने अमित शाह को पत्र लिखकर सुरक्षा देने की गुहार लगायी है. पत्र में कहा गया है कि कांग्रेस की सरकार भाजपा विधायकों को पीएसओ हटाकर उनके सुक्षा के साथ खिलवाड़ कर रही है.
दरअसल, शुक्रवार को भाजपा के दो विधायकों संजय पाठक और विश्वास सारंग ने प्रदेश सरकार द्वारा अपने निजी सुरक्षा अधिकारी पीएसओ को हटाये जाने के बाद अपनी जान को खतरा बताया था.
प्रदेश भाजपा के उपाध्यक्ष एवं भोपाल की हुजूर विधानसभा सीट से विधायक रामेश्वर शर्मा ने बताया कि उन्होंने केन्द्रीय गृह मंत्री को पत्र लिखा है तथा उनसे भाजपा के विधायकों के लिए केन्द्रीय सुरक्षा बलों की सुरक्षा उपलब्ध कराने की मांग है. शर्मा ने कहा, ‘प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ, दिग्विजय सिंह से मतभेद रखने वाले कांग्रेस के विधायकों सहित भाजपा, बसपा, सपा और निर्दलीय विधायकों के जीवन को यहां खतरा है. प्रदेश के पुलिस महानिदेशक को रातों रात हटा दिया गया क्योंकि उन्होंने सरकार की बात मानने से इंकार कर दिया है . इसका मतलब है कि कांग्रेस सरकार पुलिस बल का दुरुपयोग करना चाहती है.’
भाजपा विधायक ने आगे कहा कि हमें मध्यप्रदेश की पुलिस पर भरोसा है लेकिन उसे प्रदेश सरकार की दबाव में काम करना पड़ रहा है. इसलिए ऐसी स्थिति में हम केन्द्रीय सुरक्षा प्रदान करने के लिए केन्द्र सरकार से अनुरोध करते हैं.
वहीं, विधायकों के पीएसओ बदलने की प्रक्रिया पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए प्रदेश के मंत्री पीसी शर्मा ने शनिवार को कहा कि पुलिस की यह सामान्य नियमित प्रक्रिया है. उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा, ‘यह एक नियमित प्रक्रिया है, लेकिन उन्हें डर क्यों लग रहा है. लगता है कि भाजपा शासनकाल में शुरु हुए उनके अवैध काम अब भी चल रहे हैं.’
गोपाल भार्गव राज्यपाल से मिले– भाजपा विधायको पर हुई कार्रवाई के बाद भजपा विधायक दल के नेता गोपाल भार्गव ने राज्यपाल लालजी टंडन से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा, जिसमें उन्होंने मामले में राज्यपाल से दखल देने की गुहार लगायी.
अब भी तीन विधायक मिसिंग– कांग्रेस को अब भी अपने तीन विधायकों की जानकारी नहीं मिल पायी है. ये तीन विधघायक हरदीप डंग, बिसाहूलाल सिंह और रघुराज कसाना है. पार्टी नेताओं का कहना है कि जल्द ही वे भी भोपाल लौट जायेंगे.