सीधी : कोरोना वायरस महामारी को फैलने से रोकने के लिए पूरे देश में लगे लॉकडाउन के दौरान आइसोलेशन में रखे गये बैगा जाति के 30 वर्षीय एक व्यक्ति ने कथित रूप से पेड़ से लटक कर अत्महत्या कर ली. यह घटना सीधी जिला मुख्यालय से करीब 80 किलोमीटर दूर कुसमी विकास खंड अंतर्गत दुबरी कला गांव से सटे जंगल में बुधवार-बृहस्पतिवार की दरमियानी रात की है.
व्यक्ति को बुधवार शाम को ही दुबरी कला के शासकीय विद्यालय में आइसोलेशन में रखा गया था. सीधी जिले के पुलिस अधीक्षक आर एस बेलवंशी ने शुक्रवार को बताया कि राजभान बैगा का शव गुरूवार को दुबरी कला गांव के समीप के जंगल में पेड़ से लटकता पाया गया. जब उनसे सवाल किया गया कि बैगा ने ऐसा जघन्य कदम क्यों उठाया, तो पुलिस अधिकारी ने बताया कि प्रारंभिक जांच के अनुसार वह आइसोलेशन में रखे जाने के खिलाफ था और अपने बच्चों के साथ अपने घर में रहना चाहता था. उन्होंने कहा कि राजभान बैगा अपनी पत्नी सहित 23 मजदूरों के साथ सागर गेहूं की फसल की कटाई करने गया था.
बुधवार की शाम सागर से लौटे इन 23 मजदूरों को दुबरी कला के शासकीय विद्यालय में रखा गया. सागर से सीधी 300 किलोमीटर से अधिक दूरी पर है. बेलवंशी ने बताया कि बैगा कुछ ही देर बाद शौच का बहाना बनाकर करकचहा नाले की तरफ चला गया और स्कूल से आधा किलोमीटर दूर स्थित अपने घर की तरफ जाने लगा, जिस पर लोगों को शंका हुई कि घर में बच्चों से मिलने जा रहा होगा. बेलवंशी के अनुसार जब पंचायत सचिव राम सुशील पटेल उसके घर पहुंचे तो वह वहां नहीं था. उन्होंने कहा कि इसके पश्चात उसकी खोजबीन शुरू हुई लेकिन अंधेरा हो जाने के कारण तलाश नहीं हो सकी और बृहस्पतिवार सुबह करीब 11 बजे महुआ फूल चुनने गये ग्रामीणों को उसकी पेड़ पर लटकती हुई लाश मिली। तब ग्रामीणों ने आकर गांव में सूचना दी. बेलवंशी ने बताया कि इस संबंध में पुलिस चौकी पोड़ी में मामला दर्ज कर विस्तृत जांच जारी है. इसी बीच, सीधी कलेक्टर रवीन्द्र कुमार चौधरी ने बताया कि मृतक के परिजन को 10,000 रुपये की प्राथमिक सहायता प्रदान कर दी गई है.