संताल परगना के साहिबगंज जिला स्थित राजमहल उत्तरवाहिनी गंगा तट पर राजकीय माघी पूर्णिमा मेले का उद्घाटन सूबे के पेयजल स्वच्छता मंत्री मिथिलेश ठाकुर, कृषि एवं पशुपालन मंत्री बादल पत्रलेख, सांसद विजय हांसदा व विधायक अनंत कुमार ओझा ने दीप जला कर किया. उद्घाटन से पूर्व पुरोहित दिलीप पांडेय ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ गंगा पूजन कराया. उद्घाटन समारोह में उपायुक्त हेमंत सती ने अतिथियों को बुके व अंग-वस्त्र देकर स्वागत भाषण दिया.
उद्घाटन मंच पर 10 गुरु बाबाओं को अंग-वस्त्र देकर सम्मानित किया गया. मंत्री मिथिलेश ठाकुर कहा कि राजमहल में लगने वाला राजकीय माघी पूर्णिमा मेला सौहार्द का प्रतीक है. माघी पूर्णिमा के अवसर पर झारखंड के प्रवेश द्वार राजमहल में आदिकाल से आयोजित होने वाले मेले से हमें साफाहोड़ आदिवासियों की संस्कृति एवं अनुशासन का ज्ञान मिलता है. कहीं ना कहीं यह देश का सबसे बड़ा आदिवासी मेला है. यहां आस्था का सैलाब उमड़ता है. लाखों की संख्या में लोग यहां पहुंचते हैं. मां गंगा, मरांग गुरु के रूप में भगवान शिव व भगवान राम की आराधना की जाती है.
मंत्री बादल पत्रलेख ने कहा कि साफाहोड़ संस्कृति झारखंड की पहचान है. मां गंगा के तट पर लगने वाला यह मेला अपने आप में अद्भुत मिसाल पेश करता है. उन्होंने गुरु बाबाओं को नमन करते हुए कहा कि मेले को व्यवस्थित करने के लिए झारखंड सरकार की ओर से समुचित व्यवस्था मुहैया कराई जाती है.
सांसद विजय हांसदा व विधायक अनंत कुमार ओझा ने भी मेले की विशेषता बतायी. अनुमंडल पदाधिकारी कपिल कुमार ने धन्यवाद ज्ञापन किया. मौके पर एसपी कुमार गौरव, डीएफओ मनीष तिवारी, सिविल सर्जन डॉ अरविंद कुमार सिंह, एसडीपीओ अरविंद कुमार सिंह, एलआरडीसी विमल कुमार, सीओ अशोक कुमार सिन्हा, उधवा बीडीओ विशाल पांडेय, नपं प्रशासक स्मिता किरण सहित कई लोग मौजूद थे.
राज्य के 20 लाख जरूरतमंदों को मिलेगा आवास योजना का लाभ : मंत्री मिथिलेश ठाकुर
माघी मेले के उद्घाटन समारोह में झारखंड सरकार के पेयजल व स्वच्छता मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने कहा कि झारखंड के 20 लाख जरूरतमंदों को आवास योजना देने का लक्ष्य सरकार ने निर्धारित किया है. मानक के अनुसार का चयन कर योजना का लाभ दिया जायेगा.
दिशोम गुरु शिबू सोरेन के सपनों के झारखंड को संजोने एवं समाज के अंतिम व्यक्ति तक सरकार की योजनाओं का लाभ पहुंचाने के लिए संकल्पित पूर्व मुख्यमंत्री और गुरु जी के पुत्र हेमंत सोरेन को षड्यंत्र के तहत रोकने का प्रयास किया गया. उन्होंने अन्याय के विरुद्ध लड़ना स्वीकार किया. पर तमाम षड्यंत्र के बाद झुकने का कार्य नहीं किया. नये नेता का चयन कर सरकार विकास के मार्ग पर चल रही है.
उन्होंने कहा कि गुरुजी व हेमंत सोरेन संकल्प को सरकार पूरा करते हुए समाज के अंतिम व्यक्ति को लाभान्वित करने का कार्य करेगी. वर्ष 2024 के अंत तक घर-घर शुद्ध जल पहुंचाने की सरकार की योजना है. इससे पूर्व मंत्री मिथिलेश ठाकुर व कृषि पशुपालन मंत्री बादल पत्रलेख का आगमन शनिवार को दिन के करीब 12.45 बजे अंतरराज्यीय बस अड्डा के पास बने अस्थायी हेलीपैड में हेलीकॉप्टर के माध्यम से हुआ.
उपायुक्त हेमंत सती व एसपी कुमार गौरव ने हेलीपैड पर स्वागत किया. सूर्यदेव घाट स्थित बने उद्घाटन समारोह स्थल तक लाये गये, जहां गंगा पूजन के बाद विधिवत दीप प्रज्वलन कर उद्घाटन किया गया. झारखंड सरकार के मंत्रियों के हाथों गुरु बाबाओं को अंग-वस्त्र देकर सम्मानित किया गया.
हमारी सांस्कृतिक विरासत की पहचान है मेला : बादल
कृषि एवं पशुपालन मंत्री बादल पत्रलेख ने कहा कि राजमहल में आयोजित राजकीय माघी पूर्णिमा मेला हमारी सांस्कृतिक विरासत की पहचान है. मेला में आकर गुरु बाबाओं का आशीर्वाद प्राप्त होता है. सरकार की ओर से मेला में व्यवस्था मुहैया कराने का कार्य किया जा रहा है. ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े.
श्रद्धालुओं को सुविधाएं मुहैया करा रही है सरकार – सांसद
राजकीय माघी पूर्णिमा मेला में सरकार की ओर से मेला में पहुंचने वाले सभी आदिवासी एवं गैर आदिवासी श्रद्धालुओं को सुविधा मुहैया कराई जा रही है ताकि किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं हो. लंबित योजनाओं को जल्द संबंधित विभाग पूर्ण करें.
राजकीय मेला रघुवर सरकार की देन – अनंत
क्षेत्रीय विधायक अनंत कुमार ओझा ने कहा कि राजकीय माघी की पूर्णिमा मेला रघुवर सरकार की देन है. राजकीय मेला का दर्जा मिलने के बाद सरकारी में सुविधाएं बढ़ी है. राजमहल क्षेत्र में पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के माध्यम से संचालित कई योजनाएं लंबित है. शहर की सड़क भी पेयजल योजना पूर्ण नहीं होने के कारण जर्जर हो चुकी है. सरकार की ओर से इस पर ध्यान देकर समस्या का निराकरण करें.
माघी मेला : गंगा स्नान करने गये तीन लोगों को रेस्क्यू कर पहुंचाया अस्पताल
गंगा स्नान के दौरान तीन श्रद्धालु की अचानक तबीयत बिगड़ने के कारण स्थिति गंभीर हो गयी. इसकी सूचना तैनात स्वास्थ्य विभाग की टीम को मिली. स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गंगा तट पर भीड़ से रेस्क्यू कर मोटरसाइकिल एंबुलेंस के माध्यम से त्वरित मरीज को अनुमंडलीय अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया.
माघी पूर्णिमा पर 25 हजार से अधिक भक्तों ने किया गंगा स्नान
माघी मेले पर जिला मुख्यालय के नर्वदेश्वर घाट, बिजली घाट, शकुंतला सहाय घाट, नमामि घाट, चानन घाट, ओझा टोली घाट में अहले सुबह से दोपहर तक लगभग 25 हजार श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान किया. बसंत पंचमी से आयोजित यज्ञ की पुर्णाहूति की गयी. मौके पर सैकड़ों लोगों ने यज्ञ स्थल पर परिक्रमा की. दीन-हीन व्यक्ति को दान दिया. सुरक्षा की दृष्टिकोण से नगर थाने की पुलिस तैनात थी. गंगा तट पर मेला का आयोजन किया गया था. चाट, पकौड़े, जलेबी, मिठाई व लोहे की सामान की खरीदारी की गयी.