Maharashtra Dussehra Rally: विधानसभा चुनाव से पहले दशहरा रैली में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने एक-दूसरे पर जमकर निशाना साधा. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने कहा, हमने बालासाहेब ठाकरे के आदर्शों को धोखा देने वालों से शिवसेना को मुक्त कराया. उन्होंने कहा, शिवसेना (यूबीटी) और एआईएमआईएम के बीच कोई अंतर नहीं है.
शिंदे ने बताया, क्यों गिर गई उद्धव ठाकरे की सरकार
मुंबई के आजाद मैदान में शिवसेना की दशहरा रैली को संबोधित करते हुए महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा, पहले सभी को लगता था कि शिंदे सरकार 2-3 महीने में गिर जाएगी लेकिन सरकार ने 2 साल पूरे कर लिए. अगर (महा विकास अघाड़ी) सरकार नहीं हटाई गई होती, तो महाराष्ट्र बहुत पीछे रह गया होता. हमारी सरकार ने धारावी परियोजना शुरू की और मैं धारावी के लोगों को बताना चाहता हूं कि विपक्ष चाहे कुछ भी कहे, हमारी सरकार आपको अच्छे घर देने जा रही है. पहले बाबू (उद्धव ठाकरे) उठते थे, नहाते थे और फेसबुक पर लाइव हो जाते थे. लोगों को बाबू का नेतृत्व कभी पसंद नहीं आया, इसीलिए लोगों ने उनकी सरकार गिरा दी. महाराष्ट्र में महायुति की सरकार बनने जा रही है. मैं मराठी को शास्त्रीय भाषा का दर्जा देने के लिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद देता हूं.
उद्धव ठाकरे ने यूबीटी को बताया असली शिवसेना
मुंबई के शिवाजी पार्क में पार्टी की दशहरा रैली को संबोधित करते हुए शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा, मैं इस दिल्ली शासन और भ्रष्ट सरकार के खिलाफ लड़ने के लिए तैयार हूं. स्वर्गीय रतन टाटा एक बार मेरे घर आए थे और ‘मातोश्री’ से लौटने के बाद उन्होंने मुझसे कहा था कि उद्धव तुम्हारे और मेरे पीछे एक विरासत और परम्परा है जिसे हमें आगे ले जाना है. रतन टाटा के पास उनके पिता की विरासत है और मेरे पास मेरे पिता बालासाहेब ठाकरे की विरासत है. हम असली शिवसेना हैं और बालासाहेब ठाकरे का नाम मेरे साथ है.
उद्धव ठाकरे ने हर जिले में शिवाजी मंदिर बनाने का वादा किया
दशहरा रैली को संबोधित करते हुए शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा, इसने (महायुति सरकार) केवल वोट के लिए छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति बनाई और वह मूर्ति गिर गई, लेकिन मैं आपको बताना चाहता हूं और आपसे वादा करता हूं कि जब हम सत्ता में आएंगे, तो हम महाराष्ट्र के हर जिले में छत्रपति शिवाजी महाराज का मंदिर बनाएंगे. छत्रपति शिवाजी महाराज उनके लिए वोट बैंक हैं, लेकिन हमारे लिए वे भगवान हैं.
उद्धव ठाकरे ने बताया बीजेपी से क्यों हुए अलग
शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने दशहरा रैली में कहा, मैंने भाजपा से इसलिए नाता तोड़ लिया क्योंकि मैं हिंदुत्व के उसके स्वरूप में विश्वास नहीं करता. उन्होंने कहा, आरएसएस को आत्मचिंतन करना चाहिए कि क्या वह आज की ‘हाइब्रिड’ भाजपा से सहमत है. मैं आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का सम्मान करता हूं, लेकिन मुझे उनके विचार पसंद नहीं हैं. वह कह रहे हैं कि हिंदुत्व को बचाने के लिए एक साथ आओ, आपने या मोदी ने पिछले 10 सालों में हिंदुत्व को क्यों नहीं बचाया?.