Maratha Reservation: मराठा समुदाय के लिए आरक्षण की मांग को लेकर जारी आंदोलन को सोमवार को हिंसा और आगजनी ने अपनी गिरफ्त में ले लिया. प्रदर्शनकारियों ने एनसीपी विधायक प्रकाश सोलंकी के आवास को आग के हवाले कर दिया और उस पर पथराव किया, एक नगरपालिका भवन को फूंक दिया तथा एक अन्य विधायक के कार्यालय में तोड़फोड़ की. पुलिस ने यह जानकारी दी. हिंसा की घटनाएं मध्य महाराष्ट्र के बीड और छत्रपति संभाजीनगर जिलों में हुईं. उधर, मराठा आरक्षण कार्यकर्ता मनोज जरांगे आरक्षण की मांग के समर्थन में जालना जिले के एक गांव में अपना आमरण अनशन जारी रखे हुए हैं.
दो सांसदों ने दिया इस्तीफा
इधर, महाराष्ट्र के नासिक और हिंगोली से शिवसेना के सांसदों ने मराठा समुदाय को आरक्षण देने की मांग के समर्थन में अपना इस्तीफा दे दिय है. दोनों को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का करीबी माना जाता है. हिंगोली के सांसद हेमंत पाटिल ने सोमवार को नयी दिल्ली में लोकसभा सचिवालय को अपना इस्तीफा सौंपा, जबकि नासिक के सांसद हेमंत गोडसे ने अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री शिंदे को भेजा है. पाटिल ने नयी दिल्ली में एक मराठी समाचार चैनल से बातचीत में कहा कि चूंकि लोकसभा अध्यक्ष अपने कार्यालय में उपस्थित नहीं थे, इसलिए कार्यालय सचिव को त्यागपत्र सौंप दिया गया.
विधयक के आवास पर आगजनी
पुलिस ने बताया कि बीड जिले के माजलगाव कस्बे में स्थित राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के विधायक सोलंकी के आवास को आग लगा दी गई और उस पर प्रदर्शनकारियों के एक समूह ने पथराव भी किया. समूह ने सोलंकी के आवासीय परिसर में खड़ी एक कार को भी आगे के हवाले कर दिया. विधायक का एक ऑडियो क्लिप सोशल मीडिया पर प्रसारित होने के बाद यह घटना हुई. क्लिप में राकांपा विधायक ने कथित तौर पर मराठा आरक्षण आंदोलन के बारे में बोला था और आमरण अनशन पर बैठे जरांगे पर परोक्ष टिप्पणी की थी. अभी यह स्पष्ट नहीं है कि उपमुख्यमंत्री अजित पवार की एनसीपी खेमे से ताल्लुक रखने वाले माजलगाव विधायक पूर्वाह्न करीब 11 बजे हुई घटना के समय आवास के अंदर थे, या नहीं.
सोलंकी की एक ऑडियो क्लिप वायरल होने के बाद बवाल
समाचार एजेंसी पीटीआई के बताया कि मराठा आरक्षण के बारे में विधायक सोलंकी की एक ऑडियो ‘क्लिप’ वायरल होने के बाद यह घटना हुई. स्थानीय स्तर पर बंद का आह्वान किया गया था. विधायक के आवास और एक कार को कुछ लोगों ने आग के हवाले कर दिया था पथराव किया. ऑडियो ‘क्लिप’ में सोलंकी को यह कहते सुना जा सकता है कि मुद्दा (आरक्षण की मांग और इसे लागू करने के लिए सरकार को दी गई 40 दिनों की समय सीमा) बच्चे का खेल हो गया है. उन्होंने जरांगे पर कटाक्ष करते हुए कहा वह व्यक्ति, जिसने ग्राम पंचायत तक का चुनाव नहीं लड़ा है, आज एक चतुर व्यक्ति बन गया है. वहीं, सोलंकी ने एक समाचार चैनल से कहा कि घटना के समय वह माजलगाव में थे.
घर में किया पथराव
विधायक ने कहा कि आंदोलनकारियों ने मेरे आवास को चारों ओर से घेर लिया और कोई भी सुनने को तैयार नहीं था. मेरे घर पर पथराव किया गया और वाहनों को भी आग लगा दी गई. मैं मराठा आरक्षण की मांग के साथ खड़ा हूं. मैं मराठा समुदाय के समर्थन से चार बार चुनाव जीत चुका हूं और मैं एक मराठा विधायक हूं. विधायक के आवास पर आगजनी के बाद, मराठा आरक्षण कार्यकर्ताओं का समूह वहां से तितर-बितर हो गया और बाद में माजलगाव नगर पालिका परिषद भवन की पहली मंजिल को आग के हवाले कर दिया तथा वहां तोड़फोड़ की. डंडों और पत्थरों से लैस समूह ने पहले इमारत की खिड़कियों के कांच तोड़े.
प्रकाश सोलंकी के आवास में आगजनी
अधिकारी ने कहा कि इसके बाद उपद्रवी भवन की पहली मंजिल पर गए, वहां फर्नीचर को आग लगा दी. उन्होंने कहा कि दमकल कर्मी मौके पर पहुंचे और आग बुझाई. उन्होंने कहा कि घटना में कोई हताहत नहीं हुआ है. बीड के पुलिस अधीक्षक नंद कुमार ठाकुर ने कहा, “जिस भीड़ ने प्रकाश सोलंकी के आवास को आग लगा दी, वह बाद में माजलगाव की नगर पालिका परिषद में गई. उन्होंने नगर पालिका परिषद भवन की पहली मंजिल को आग लगा दी. पुलिस की टीम तुरंत वहां पहुंची और लोगों को बाहर निकाला. उन्होंने कहा, बीड जिले में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए राज्य रिजर्व पुलिस बल की एक कंपनी (लगभग 100 कर्मी) की मांग की गई है.
पुलिस खंगाल रही सीसीटीवी
ठाकुर ने बताया कि अभी तक बीड जिले में तीन से चार स्थानों पर कोटा के समर्थन में विरोध प्रदर्शन जारी है. उन्होंने बताया कि पुलिस ने इलाके की सीसीटीवी फुटेज खंगालनी शुरू कर दी है, ताकि नगर पालिका परिषद भवन को आग के हवाले करने वालों की पहचान की जा सके. उन्होंने कहा कि घटना के सिलसिले में एक मामला दर्ज करने की प्रक्रिया भी जारी है. पुलिस ने बताया कि एक अन्य घटना में, डंडों से लैस मराठा आरक्षण समर्थकों ने छत्रपति संभाजी नगर जिले के गंगापुर में भाजपा विधायक प्रशांत बांब के कार्यालय में तोड़फोड़ की.
आरक्षण की मांग
उसने बताया कि उपद्रवियों ने सत्तारूढ़ दल के विधायक के कार्यालय की खिड़कियों के कांच तोड़ डाले. उन्होंने बताया कि पूछताछ के लिए दो लोगों को हिरासत में लिया गया है. मराठा समुदाय के सदस्य सरकारी नौकरियों और शिक्षण संस्थानों में अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) श्रेणी के तहत आरक्षण की मांग करते हुए राज्य के विभिन्न हिस्सों में प्रदर्शन कर रहे हैं. हिंसा और आगजनी की ये घटनाएं ऐसे वक्त हुई हैं, जब आरक्षण कार्यकर्ता मनोज जरांगे जालना जिले के अंतरवाली सराटी गांव में 25 अक्टूबर से आमरण अनशन कर रहे हैं. वह मराठा समुदाय के लिए आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलन के दूसरे चरण के तहत अनशन पर बैठे हैं.