मुंबई : महाराष्ट्र के ताजा राजनीतिक घटनाक्रम को लेकर शिवसेना ने राज्य के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी पर हमला बोला है. पार्टी ने मुखपत्र सामना के संपादकीय में राजभवन को जंग लगा हुआ तोप बताया है और कहा है कि सरकार अस्थिर करने का यह रवैया पुराना हो चुका है. सामना में लिखा है कि महाविकास आघाड़ी की सरकार विधायकों की संख्या 170 से 200 है जाये तो इसका दोषी सरकार पर नहीं देना चाहिए.
सामना ने अपने संपादकीय में लिखा है कि महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे सरकार के पास 170 विधायकों का समर्थन है, जो बहुमत से काफी अधिक है. वहीं बीजेपी के पास 105 विधायक का समर्थन है, लेकिन बीजेपी राज्यपाल के जरिए सरकार को अस्थिर कराने में जुटी है.
गुजरात जाकर राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग करें- सामना ने बीजेपी पर राष्ट्रपति शासन की मांग को लेकर जोरदार हमला बोला है. मुखपत्र सामना में लिखा है कि विपक्ष के कुछ नेता राजभवन जाकर राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग कर रहे हैं. ऐसे नेताओं को गुजरात जाना चाहिए और यह मांग वहां पर करना चाहिए.
राजभवन में सरगर्मी पर तंज- सामना में राजभवन में बढ़ती सरगर्मियों पर तंज कसा है. सामना ने लिखा है, महाराष्ट्र में गर्मी ने दस्तक दे दी है. मराठवाड़ा के कई इलाकों में 45 डिग्री से अधिक तापमान है, लेकिन मलबार हिल पर बने राजभवन में ठंड हवाएं बह रही है. पक्षियों की चहचहाहट और मोर का नाचना अब भी वहां जारी है. ऐसे जगहों पर कौन नहीं जाना चाहेगा. अमूमन राजभवन में सरकार गिराने और बनाने वाले हमेशा यहां का दौरा करते हैं. इस वक्त भी यही हो रहा है.
क्या है पूरा मामला- इस विवाद की नींव पिछले तीन दिनों से रखी जा रही थी. बीजेपी नेता और पूर्व सीएम नारायण राणे राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात कर राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की थी, जिसके बाद से ही शिवसेना बीजेपी पर अटैक बोल दी है.
महाराष्ट्र में 54 हजार से अधिक केस- महाराष्ट्र में कोरोनावायरस के 54 हजार से अधिक केस मिले हैं. अकेले मुंबई में 30 हजार लोग इस वायरस की चपेट में है. राज्य में कोरोनावायरस से अब तक तकरीबन 1700 लोगों की मौत हो चुकी है.