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शत्रुघ्न सिन्हा से बात करने के लिए ममता बनर्जी को करना पड़ा था इंतजार, बिहारी बाबू फोन का नहीं दे रहे थे रिस्पांस, जानें वजह

शत्रुघ्न सिन्हा अब तृणमूल कांग्रेस के नेता और सांसद हैं. आसनसोल से उम्मीदवार भी घोषित हो चुके हैं. लेकिन, शत्रुघ्न सिन्हा से ममता बनर्जी को बातचीत के लिए इंतजार करना पड़ा था. पढ़ें पूरी कहानी

आसनसोल, शिवशंकर ठाकुर : भारतीय सिनेमा में बिहारी बाबू के नाम से मशहूर अभिनेता व दिग्गज राजनेता शत्रुघ्न सिन्हा फिर चर्चा में है. तृणमूल कांग्रेस ने आसनसोल लोकसभा सीट से बतौर पार्टी उम्मीदवार उन्हें रिपीट किया है. इससे पहले भाजपा के टिकट पर 2019 में आसनसोल सीट से चुनाव जीतने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो के इस्तीफे के चलते हुए उपचुनाव में तृणमूल ने शत्रुघ्न सिन्हा को पहली बार अपना उम्मीदवार बनाया था और वह चुनाव जीते भी.

बिहारी बाबू ने सोचा भी न था कि कभी आसनसोल से चुनाव लड़ेंगे

वर्ष 2022 के इस उपचुनाव में वह आसनसोल से लड़ेंगे, यह बात बिहारी बाबू ने कभी सोची भी नहीं थी. इस उपचुनाव के लिए तृणमूल का टिकट तब उनके पास चल कर आया था. उम्मीदवारी की सूचना देने के लिए उन्हें बार-बार फोन जा रहा था, पर नंबर अनसेव्ड होने के चलते वह फोन उठा नहीं रहे थे. मजेदार तथ्य यह है कि यह कॉल कोई और नहीं, दीदी के नाम से लोकप्रिय तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी स्वयं कर रही थीं.

ममता बनर्जी ने बनाया शत्रुघ्न सिन्हा को बंगाल से चुनाव लड़ाने का मन

दरअसल, आसनसोल उपचुनाव में शत्रुघ्न सिन्हा को तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के टिकट पर चुनाव लड़ाने का मन तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी ने बना लिया था. पर, यह बात श्री सिन्हा को बतायी नहीं गयी थी. उनका नाम तय करने से पहले किसी ने उनसे संपर्क ही नहीं किया था. उन्हें आसनसोल में चुनाव लड़ना होगा, ऐसा वह खुद से तो सोच भी नहीं सकते थे तब. पर हुआ ऐसा ही.

सुबह-सुबह यशवंत सिन्हा से शॉट गन शत्रुघ्न सिन्हा को पड़ी डांट

तब उनके साथ हुए एक दिलचस्प वाकये पर ठहाके लगाते हुए बिहारी बाबू शत्रुघ्न सिन्हा कहते हैं कि आसनसोल उपचुनाव से पहले एक दिन सुबह-सुबह मुझे पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा जी से डांट पड़ गयी. फोन पर उन्होंने मुझे खूब सुना दिया. मामला था- बार-बार मेरे फोन पर आये कॉल को नहीं उठाने का. उन्होंने (यशवंत सिन्हा ने) पूछा कि फोन क्यों नहीं उठा रहे हैं? जवाब में मैंने पूछा कि क्यों, कोई बात है क्या?

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दीदी सुनकर कन्फ्यूज्ड हो गए शत्रुघ्न सिन्हा, उनको गुजरे तो…

दूसरी तरफ से उन्होंने कहा कि दीदी आपको फोन कर रहीं हैं. ‘दीदी’ सुनते ही मैं कन्फ्यूज्ड हो गया. सोचा दीदी मुझे फोन कैसे करेंगी? अन्नपूर्णा दीदी को तो गुजरे भी काफी दिन हो गये! फिर श्री सिन्हा ने मुझे थोड़ा झिड़कते हुए कहा कि फोन उठाकर देखो, दीदी फोन कर रहीं हैं. उन्हें फोन करो, रिस्पांस दो. आपको शायद पता नहीं कि उन्होंने आपके नाम का ट्वीट किया है. यह सुनकर मैं फिर कन्फ्यूज्ड था. सोच रहा था कि मैं आज तक ट्वीट करना नहीं सीखा, भला दीदी कैसे और कहां से ट्वीट कर रहीं हैं?

दरवाजे पर किसी ने नॉक किया- मैडम का फोन है, मैडम का…

श्री सिन्हा ने आगे बताया कि मैं उस दिन अपने दिल्ली स्थित अपार्टमेंट में था. अभी यशवंत सिन्हा जी की डांट पड़ ही रही थी कि दरवाजे को किसी ने बाहर से नॉक किया. उधर से आवाज आयी- मैडम का फोन है, मैडम का. मैंने अंदर से ही कह दिया कि मैडम से मेरी बात हो गयी है. बोल दो कि योगा करने के बाद अब मैं नहाने जा रहा हूं. पर दरवाजे के बाहर से अब भी नॉक्स आ रहे थे. मुझसे फिर कहा गया कि मैडम लाइन पर हैं, बात कीजिए.

कमरे से निकलकर मोबाइल देख अवाक रह गए शत्रुघ्न सिन्हा

खैर, बाहर निकला, तो मोबाइल देख अवाक रह गया. फोन पर जो मैडम थीं. वह कोई और नहीं, पश्चिम बंगाल की माननीय मुख्यमंत्री ममता बनर्जी यानी दीदी थीं. तब समझ में आया था कि यशवंत सिन्हा जी किस दीदी की बात कर रहे थे.

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दीदी ने शत्रुघ्न सिन्हा से कहा- आपनाके आसनसोल आसते होबे

उस दिन फोन पर ममता बनर्जी से हुई बातचीत का हवाला देते हुए बिहारी बाबू ने कहा कि दीदी बोलीं कि आपनाके आसनसोल आसते होबे. आपनार नाम एनाउंस कोरेछि. चिंता कोरबेन ना. आपनी निश्चोई जीतबेन. अर्थात् आपको आसनसोल आना होगा. आपके नाम की घोषणा कर दी है. चिंता न करें. आप निश्चित ही जीतेंगे.

आने लगे शुभचिंतकों के फोन, मिलने लगीं बधाइयां

शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि मैं तो सोचने लगा कि ये अब कहां (आसनसोल) से घोषणा हो गयी. इन बातों के बाद कुछ पल खुद में ही उलझा रहा. फिर तो थोड़ी देर में दोस्तों और शुभचिंतकों के फोन आने लगे. बधाइयां मिलने लगीं. शुभकामनाओं का दौर चल पड़ा. अंतत: पहुंचा आसनसोल और उतरा जंग में. जीत भी मिली.

सबसे पहले आसनसोल सीट से उम्मीदवार की टीएमसी ने की घोषणा

शत्रुघ्न सिन्हा ने बातचीत में बताया कि इस बार भी बंगाल से तृणमूल के उम्मीदवारों की घोषणा हो, इससे पहले अकेले सिर्फ उनके नाम की घोषणा हो गयी थी. उन्होंने कहा कि मनरेगा के बकाया पैसे को लेकर मुख्यमंत्री केंद्र के खिलाफ धरने पर थीं. मैं भी उनके साथ वहां मौजूद था.

रेड रोड के धरना मंच से दीदी ने कहा- आसनसोल से शत्रुघ्न लड़ेंगे

दीदी (ममता बनर्जी) ने कोलकाता में रेड रोड के इस धरना मंच से ही मेरे नाम की घोषणा कर दी थी. सिर्फ आसनसोल के उम्मीदवार के रूप में मेरे नाम की घोषणा थी यह. धरनास्थल पर ही बैठक कर रहे पार्टी नेताओं से दीदी ने कहा कि एक सीट आसनसोल अभी ही तय हो गयी. यहां से शत्रुघ्न सिन्हा ही लड़ेंगे. बाकी सीटों के लिए बाद में चयन होगा. (शत्रुघ्न सिन्हा से बातचीत पर आधारित)

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