भुवनेश्वर. जो लोग थाना आ रहे हैं, उनकी शिकायतें ठीक से सुनें. उनके साथ पुलिस अधिकारी व कर्मचारी अच्छा व्यवहार करें. राज्य के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने राज्य के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को यह हिदायत दी है. शनिवार सुबह राज्य के पुलिस महानिदेशक अरुण कुमार षाड़ंगी के साथ पुलिस मुख्यालय व भुवनेश्वर-कटक के कुछ पुलिस अधिकारी मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी से राज्य अतिथि गृह स्थित अस्थायी सीएमओ में सौजन्य भेंट की. इस दौरान मुख्यमंत्री श्री माझी ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से जनता को गुणवत्तापूर्ण सेवाएं उपलब्ध कराना के लिए कहा.
राज्य में कानून-व्यवस्था के बारे में सीएम को कराया अवगत
बैठक के बाद पुलिस महानिदेशक ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि मुख्यमंत्री के साथ कई मुद्दों पर चर्चा हुई. मुख्यमंत्री को राज्य में पुलिस और कानून व्यवस्था की स्थिति से अवगत कराया गया है. इस दौरान मुख्यमंत्री ने जनता को गुणवत्तापूर्ण सेवाएं उपलब्ध कराने पर विशेष जोर दिया. पुलिस महानिदेशक ने कहा कि मुख्यमंत्री ने पुलिस अधिकारियों से थाना आने वाले लोगों के साथ अच्छा व्यवहार करने की सलाह दी है. मुख्यमंत्री को आगामी जुलाई से लागू होने वाले तीन नये कानूनों के बारे में भी जानकारी दी गयी है.
मुख्यमंत्री के हस्तक्षेप से बस मालिकों व कर्मचारियों के विवाद का हुआ समाधान
निजी बस मालिक संघ और निजी बस कर्मचारी संघ के बीच विवाद के कारण शनिवार को कोरापुट में निजी बसों का परिचालन प्रभावित रहा. इस दौरान लोगों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ा. विवाद की सूचना के बाद मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने मामले में हस्तक्षेप किया. जिसके बाद स्थिति सामान्य हुई. जानकारी के अनुसार, शुक्रवार रात बसों की टाइमिंग को लेकर दोनों पक्षों में बहस हो गयी थी. इसके प्रतिवाद में बस कर्मचारियों ने गाड़ी नहीं चलायी. इस कारण 40 रूटों पर बस सेवा बाधित रही. मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने इस मामले में कोरापुट जिला प्रशासन को बस मालिक संघ व कर्मचारी संघ के साथ वार्ता कर इसका समाधान निकालने के लिए कहा. जिला प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद स्थित सामान्य हुई तथा बसों की आवाजाही शुरू हो गयी है.
काशीपुर में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत मामले की जांच के आदेश
रायगड़ा जिले के काशीपुर ब्लॉक अंतर्गत मनुस्पदर गांव में चार बच्चों समेत पांच लोगों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत मामले में मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने राज्य स्वास्थ्य विभाग और क्षेत्रीय चिकित्सा अनुसंधान केंद्र (आरएमआरसी) को जांच करने और कारणों का पता लगाने तथा स्थिति को सामान्य करने के लिए हर संभव कदम उठाने का निर्देश दिया है. मुख्यमंत्री ने पंचायती राज विभाग को पेयजल आपूर्ति उपलब्ध कराने और जल्द से जल्द उस स्थान तक सड़क बनाने का भी निर्देश दिया है. उल्लेखनीय है कि रायगड़ा जिले के काशीपुर ब्लॉक के मनुस्पदर गांव में एक महीने की अवधि में पांच मौतें हुई हैं. यह गांव सुदूर और दुर्गम क्षेत्र में है. राज्य की टीम ने वहां का दौरा किया और आवश्यक जांच, घर-घर जाकर स्क्रीनिंग और उपचार किया. स्वास्थ्य टीमें रोजाना दौरा कर रही हैं और स्थिति पर बारीकी से नजर रख रही हैं. सीएम कार्यालय की आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि स्थिति फिलहाल नियंत्रण में है. बताया गया कि पहली चार मौतों को किसी स्वास्थ्य सुविधा या स्वास्थ्य कार्यकर्ता के पास नहीं लाया गया और उनका अंतिम संस्कार सामुदायिक स्तर पर किया गया था. लेकिन उन्हें डिप्थीरिया के मामले होने का संदेह है. पांचवीं मौत के लिए, नमूने जांच के लिए आरएमआरसी को भेजे गये और आज डिप्थीरिया की पुष्टि हुई है. समुदाय के सभी संवेदनशील व्यक्तियों को एंटीबायोटिक की रोगनिरोधी खुराक दी गयी है. लक्षण वाले मरीज उपचार का असर दिखा रहे हैं.
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