राउरकेला. राउरकेला इस्पात सयंत्र के मैकेनिकल शॉप के कर्मचारियों के उद्यमशील प्रयासों से हॉट स्ट्रिप मिल-2 (एचएसएम-2) शीट शियरिंग लाइन अनकॉइलर मैंड्रेल के लिए एक महत्वपूर्ण कलपुर्जे, मैंड्रेल आउटवर्ड बियरिंग (एमओबी) का सफलतापूर्वक निर्माण करके विभाग को एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर हासिल करने में मदद की है. मैकेनिकल शॉप और डिजाइन विभाग ने मिलकर एमओबी के डिजाइन की कल्पना और अवधारणा बनायी. इसके बाद एचएसएम -2 टीम के साथ विस्तृत रूप से संशोधनों पर चर्चा की गयी और उन्हें अंतिम रूप दिया गया. एमओबी के पुर्जों के सभी जटिल मशीनिंग ऑपरेशन को उचित रूप से योजनाबद्ध किया गया और प्राथमिकता को ध्यान में रखते हुए मैकेनिकल शॉप में चौबीसों घंटे निष्पादित किया गया.असेंबली पूरी होने के बाद, 13 जून 2024 को मुख्य महा प्रबंधक (डिजाइन और शॉप), रवि रंजन, मुख्य महा प्रबंधक (एचएसएम-2), आरके मुदुली, महा प्रबंधक प्रभारी (डिजाइन और शॉप (मैकेनिकल एवं फाउंड्री), शेखर नारायण, शॉप, डिजाइन और एचएसएम-2 के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में एमओबी. को उपयोगकर्ता विभाग को सौंप दिया गया.
आइजीएच में तीन नयी हीमोडायलिसिस मशीनों का उद्घाटन
राउरकेला. राउरकेला इस्पात संयंत्र के इस्पात जनरल अस्पताल (आइजीएच) में तीन नयी हीमोडायलिसिस मशीनें स्थापित की गयी हैं. 12 जून को आयोजित एक समारोह में कार्यपालक निदेशक (एमएंडएचएस), डॉ बीके होता ने मशीनों का उद्घाटन किया और इसे बेहतर रोगी देखभाल के लिए समर्पित किया. इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी, डॉ एनपी साहू, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, डॉ जयंत आचार्य और मुख्य चिकित्सा अधिकारी, डॉ पी के महापात्र उपस्थित थे. समारोह में आइजीएच के कई अन्य वरिष्ठ डॉक्टर, अधिकारी, नर्स और कर्मचारी शामिल हुए.आरएसपी अधिकारी ने 12वीं सीनियर नेशनल पेनकक सिलाट चैंपियनशिप में जीता पदक
राउरकेला इस्पात संयंत्र के यातायात एवं कच्चा माल विभाग के महाप्रबंधक, संतोष कुमार भुइयां ने हाल ही में 10 से 13 जून 2024 तक केआइआइटी, भुवनेश्वर में आयोजित 12वीं सीनियर नेशनल पेनकक सिलाट चैंपियनशिप-2024 में ओडिशा के लिए रजत पदक जीतकर इस्पात संयंत्र के साथ-साथ शहर का नाम रोशन किया है. उल्लेखनीय है कि पेनकेक सिलाट युद्ध कौशल का एक रूप है, जिसकी शुरुआत इंडोनेशिया में आत्मरक्षा के अस्त्र के रूप में हुई और बाद में यह एक प्रतिस्पर्धी खेल में बदल गया. यह खेल अब दक्षिण एशियाई देशों में लोकप्रिय हो गया है, इसमें पूरे शरीर की लड़ाई शामिल है, जहां शरीर के किसी भी हिस्से का इस्तेमाल किया जा सकता है और शरीर के किसी भी हिस्से पर हमला किया जा सकता है. विशेषत: श्री भुइयां वाडो कराटे शैली में ब्लैक बेल्ट धारक भी हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है