राउरकेला. ब्राह्मणी तरंग थाना अंतर्गत लाठीकटा के मूसापाली में घरेलू विवाद में पति ने पत्नी की गला घोंटकर हत्या कर दी. जिसके बाद सबूत मिटाने के लिए अपने एक रिश्तेदार की मदद से उसकी लाश गड्ढा खोदकर दफना दी. मृत महिला के भाई की शिकायत पर पुलिस ने एक्शन लिया तथा चार दिन के बाद गड्ढे में दफनाये गये शव को निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा. इस मामले में पुलिस हत्यारोपी पति व उसके रिश्तेदार को हिरासत में लेकर छानबीन कर रही है. प्राप्त जानकारी के अनुसार वेदव्यास नदीटोला की फुलमनी केरकेटा की शादी पांच साल पहले लाठीकटा के मुसापाली के अशोक केरकेटा से हुई थी. अशोक दिहाड़ी मजदूर के रूप में काम करता है. दोनों के बीच अक्सर घर में कई बातों को लेकर झगड़ा होता रहता है. वहीं गत 11 जून को विवाद बढ़ गया. जिसमें अशोक ने अपनी पत्नी फुलमनी की गला दबाकर हत्या कर दी. पकड़े जाने के डर से उसने बिना किसी को बताये अपने एक रिश्तेदार की मदद से शव को दफना दिया.
मृतका के भाई के लिखित बयान पर पुलिस ने शुरू की कार्रवाई
वहीं बहन की मौत की खबर पाकर महिला का भाई सुशील मौके पर पहुंचा. उसने बताया कि उसकी बहन की हत्या कर दी गयी है, लेकिन किसी ने उसकी बात नहीं सुनी. दूसरी ओर अशोक परिवार ने सुशील को इस बारे में किसी को न बताने की धमकी दी. जिसके बाद तीन दिन की चुप्पी के बाद सुशील ने ब्राह्मणीतरंग थाने में लिखित बयान दिया. जिसके बाद पुलिस ने अपनी कार्रवाई शुरू की.
तैश में आकर विवाहिता ने लगायी फांसी, मौत
बामड़ा थाना गली में रहने वाले राहुल पासवान की पत्नी पिंकी पासवान ने शुक्रवार को तड़के घर में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली. पति राहुल ने गोबिंदपुर थाने में इसकी लिखित शिकायत दर्ज करायी. गोबिंदपुर पुलिस ने अस्वभाविक मामला दर्ज कर घटना की जांच में जुट गयी थी. संबलपुर से साइंटिफिक टीम भी मौके पर पहुंच जांच पूरी करने के बाद लौट गयी. वहीं मृतक पिंकी के माता पिता झारखंड कोडरमा से पहुंचने के बाद शनिवार को मजिस्ट्रेट बामड़ा तहसीलदार दिलीप प्रधान की उपस्थिति में पुलिस ने शव को जब्त कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा. पोस्टमार्टम के बाद पिंकी के पार्थिव शरीर को परिजनों को सौंपा गया. पिंकी के बहन बहनोई भी दिल्ली से पहुंच रहे हैं. राहुल का परिवार 40 साल पहले बिहार के नवादा से आकर बामड़ा में बस गए थे. राहुल की पांच साल पहले झारखंड कोडरमा में रहने वाली पिंकी के साथ विवाह हुआ था. पिंकी के दो मासूम बेटे और छह महीने की बेटी है. घटना वाले दिन किसी बात को लेकर कहासुनी हुई थी और पिंकी ने तैश में आकर खुदकुशी कर ली थी. राहुल और उसका एक भाई तहसील ऑफिस के पास में गुपचुप का ठेला लगाकर अपनी रोजी रोटी चलाते हैं. पिंकी के माता-पिता ने दामाद और उनके परिवार को लेकर कोई शिकायत पुलिस से नही की है, पिंकी का गोबिंदपुर स्थित मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार करने के बाद राहुल का परिवार बिहार नवादा के लिए रवाना हो गया.
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