PM Narendra Modi: देवघर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को अमृत भारत स्टेशन योजना अंतर्गत देवघर, बासुकिनाथ, गोड्डा, जामताड़ा, विद्यासागर, शंकरपुर व अर्जुन नगर हॉल्ट के री-डेवलपमेंट सहित सात अंडरपास व दो आरओबी का ऑनलाइन उद्घाटन-शिलान्यास किया. 100 करोड़ की रेल परियोजनाओं का उद्घाटन-शिलान्यास किया गया. देवघर रेलवे स्टेशन पर आयोजित समारोह में विशिष्ट अतिथि गोड्डा सांसद डॉ निशिकांत दुबे ने कहा कि आजादी के सात दशक बाद प्रधानमंत्री को इस प्रोजेक्ट के लिए हमेशा याद रखा जायेगा. जिस प्रकार 1975 में पैदावार कम थी, लेकिन हरित क्रांति की वजह से कृषि उत्पादन में वृद्धि आयी. ठीक उसी प्रकार पीएम मोदी ने रेलवे के क्षेत्र में क्रांति लायी है.
पिछड़े इलाकों का हो रहा विकास
सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि 2014 के पहले रेलवे स्टेशन गंदगी के लिए जाना जाता था. प्लेटफॉर्म में आराम करने की कोई व्यवस्था नहीं थी. पीएम ने स्टेशन की सफाई पर ध्यान देने के बाद कनेक्टिविटी पर पीएम ने फोकस किया. सांसद डॉ दुबे ने कहा कि उन्होंने बजट भाषण में कहा था कि रेलवे की पुरानी नीति आजादी के पहले अंग्रेजों द्वारा बनायी गयी थी, उसमें माल ढुलाई से पैसा प्राप्त होने वाले स्टेशनों व क्षेत्र का ही अंग्रेजों ने विकास किया था. मेरे इस भाषण के बाद पीएम मोदी ने रेल मंत्री को अपने कार्यालय में बुलाया और पुरानी नीति में बदलाव करते हुए माल ढुलाई के साथ-साथ पैसेंजर वाले जगह पर फोकस किया. जहां गरीब, किसान और मजदूर यात्री रहते हैं और जिन राज्यों के पास पैसे नहीं है उन रेलवे स्टेशनों के विकास करने के लिए पीएम गति शक्ति नीति बनायी. प्रधानमंत्री ने पिछड़े इलाकों की स्टेशनों पर पैसा दिया और उसका विकास शुरू किया.
दो नयी रेल लाइन को हुआ फायदा
पीएम गति शक्ति का सबसे ज्यादा फायदा गोड्डा-पीरपैंती व गोड्डा-पाकुड़ रेल लाइन का हुआ है. राज्य सरकार द्वारा मना किये जाने के बाद इस दोनों रेल लाइन में रेलवे अपना पैसा दे रही है. गोड्डा-पाकुड़ रेल लाइन बनने के बाद सफर के दौरान सुंदरपहाड़ी के जंगल, पहाड़ व झरना का नजारा टूरिस्ट स्पॉट से काम नहीं दिखेगा. सांसद ने कहा कि यूपीए की सरकार में पीपीपी मोड पर रेलवे स्टेशन का विकास की नीति बनायी गयी थी, जिस कारण से केवल बड़े शहरों में जमीन महंगी होने से कंपनियां निवेश कर रही थीं.
टूरिस्ट सर्किट बन रहा यह इलाका
सांसद डॉ निशिकांत ने कहा कि रेलवे भागलपुर के बटेश्वर स्थान पर गंगा पुल बन जाने से भागलपुर रेल लाइन नवगछिया रेल लाइन से जुड़ जायेगी. इससे पांच रेल बाइपास लाइन हो जायेगी. रेलवे की कनेक्टिविटी होने से बटेश्वर स्थान, विक्रमशिला, चंपापुरी, मंदार, महावीर जैन का जन्मस्थली, पारसनाथ, देवघर, बासुकीनाथ व तारापीठ सभी एक टूरिस्ट सर्किट के रूप में विकसित होने जा रहा है. इससे पलायन खत्म होगा. देवघर में सारी व्यवस्था रहेगी. स्टेशनों के प्लेटफार्म में फाइव स्टार होटल की जैसी सुविधा होगी. आने वाले समय में प्लेटफार्म टिकट की परंपरा खत्म हो जायेगी. यहां रेस्टोरेंट, कैफेटेरिया, पार्क सहित कई मनोरंजन के लिए लोग परिवार के साथ पहुंच सकते हैं. मौके पर देवघर डीसी विशाल सागर, डीडीसी नवीन कुमार, एडीआरएम आशीष भारद्वाज, डीएम को-ऑर्डिनेशन राजीव रंजन, रेल सलाहकार समिति सदस्य दिनेश कुमार, स्टेशन मास्टर विभूति कुमार आदि थे. इस दौरान नृत्य व पेंडिंग प्रतियोगिता में भाग लेने वाले बच्चियों को सांसद व डीसी ने पुरस्कृत किया.
इन योजनाओं का हुआ उद्घाटन-शिलान्यास
देवघर रेलवे स्टेशन, गोड्डा स्टेशन, बासुकिनाथ रेलवे स्टेशन, जामताड़ा रेलवे स्टेशन, विद्यासागर रेलवे स्टेशन, शंकरपुर स्टेशन व अर्जुन नगर हॉल्ट का री-डेवलपमेंट सहित शंकरपुर में आरओबी व पुरनदाहा रोड में दो अंडरपास का शिलान्यास. देवघर-घोरमारा व गोड्डा के बीच छह सब-वे का उद्घाटन. कुल 100 करोड़ की योजनाओं का उद्घाटन-शिलान्यास हुआ.