Pune Porsche Accident: पुणे पुलिस पोर्श कार दुर्घटना मामले की जांच कर रही है. इस क्रम में पुलिस ने आरोपी 17 वर्षीय लड़के के दादा से पूछताछ की है. पुलिस ने सबूत जुटाने के लिए कार की फोरेंसिक जांच भी की. पुलिस पॉर्श कार कहां-कहां गई उसके बारे में जांच कर रही है. वह पूरे रास्ते के सीसीटीवी फुटेज को खंगालने में जुटी हुई है. फिलहाल कार अभी येरवडा पुलिस स्टेशन के कब्जे में है. कार की जांच भी की गई. पुलिस ने जीपीएस से डेटा और कार के आसपास के कैमरों के फुटेज सहित कई टेक्निकल चीजों को एकत्रित किया.
इस बीच शुक्रवार को पुणे पुलिस प्रमुख ने कहा कि यह दिखाने का प्रयास किया गया कि दुर्घटना के समय पोर्श कार किशोर नहीं, बल्कि ड्राइवर चला रहा था. उन्होंने कहा कि आंतरिक जांच, पोर्श मामला दर्ज करते समय पुलिसकर्मियों की ओर से चूक होने का इशारा करती है. उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. पुलिस का इशारा इस ओर नजर आ रहा है कि मामले में ड्राइवर को फंसाने की कोशिश की जा रही है.
पुणे पुलिस के प्रमुख अमितेश कुमार ने कहा कि पोर्श दुर्घटना मामले में रक्त के नमूने लेने में देरी हुई, लेकिन खून की जांच रिपोर्ट मामले का आधार नहीं है.
इस बीच पुणे दुर्घटना में शामिल 17 वर्षीय लड़के की ओर से दावा किया जा रहा है कि जब दुर्घटना हुई, उस समय उसका पारिवारिक ड्राइवर गाड़ी चला रहा था. नाबालिग के दो दोस्त, जो दुर्घटना के समय उसके साथ थे, उन्होंने भी यही बात कही है. आपको बता दें कि आरोपी एक रियल एस्टेट डेवलपर का बेटा है, जो उस कार में था जो एक मोटरसाइकिल से टकराई जिससे दो लोगों की जान चली गई.
मामले में ताजा अपडेट यह है कि पारिवारिक ड्राइवर, जो कथित तौर पर उस रात पोर्श कार को चला रहा था, उससे पुलिस एक बार फिर से पूछताछ कर रही है. पारिवारिक ड्राइवर ने अपने पहले बयान में दावा किया था कि दुर्घटना के वक्त वह कार में था और पॉर्श को ड्राइव कर रहा था.
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आरोपी के पिता की ओर से भी दावा किया है कि उनके द्वारा रखा गया ड्राइवर ही कार चला रहा था. इस बीच, आरोपी के पिता का मोबाइल फोन पुलिस ने बरामद कर लिया है और हादसे का खुलासा करने की कोशिश की जा रही है.