जोधपुर जेल में बंद आसाराम की मुश्किलें एक बार फिर बढ़ सकती है. दरअसल, राजस्थान पुलिस ने फर्जी दस्तावेज मामले में कार्रवाई शुरू की है. बताया जा रहा है कि यह दस्तावेज सुप्रीम कोर्ट में आसाराम की बेल याचिका में लगाया गया था. आसाराम वर्तमान में एक गैंगरेप मामले में गिरफ्तार हैं.
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के अनुसार 2016 में आसाराम को जमानत दिलाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में उनके एक भक्त ने याचिका दाखिल की थी, इस याचिका में कहा गया था कि आसाराम की तबीयत खराब है. वहीं इसके लिए जेल का एक कागज पेश किया गया था. बताया जा रहा है कि यह कागज फर्जी था, जिसपर कोर्ट ने जेल प्रशासन से स्पष्टीकरण भी मांगी थी.
अब एक्शन में पुलिस- इधर, पांच साल बाद अब पुलिस ने इस मामले कार्रवाई शुरू की है. बताया जा रहा है कि गुरुवार को जोधपुर के रतनाडा पुलिस ने आसाराम को इस मामले में गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जिसके बाद कोर्ट ने उन्हें जेल भेज दिया. इस मामले में एक आरोपी पहले से ही गिरफ्तार है.
बता दें कि 2016 में आसाराम के एक समर्थक (जो कि खुद को कर विभाग का कर्मचारी बताया था) ने सुप्रीम कोर्ट में जमानत याचिका लगाई थी. इस याचिका के साथ आसाराम के स्वास्थ्य संबंधी कुछ दस्तावेज पेश किए गए थे. याचिकाकर्ता ने दावा किया था कि ये जेल से सूचना के अधिकार के तहत प्राप्त किया गया है.
इसके बाद सुप्रीम कोर्ट के रजिस्ट्रार ने जोधपुर सेन्ट्रल जेल के अधीक्षक पत्र लिख इन दस्तावेजों के संबंध में शपथ पत्र मांगा था. तब जेल अधीक्षक ने इन दस्तावेजों को फर्जी बताया था
Posted By: Avinish Kumar Mishra