जयपुर : राजस्थान में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने उदयपुर में नवसंकल्प चिंतन शिविर का आयोजन किया है. 13 मई शुक्रवार से शुरू होकर यह चिंतन शिविर 15 मई रविवार तक चलेगा. उदयपुर में आयोजित कांग्रेस के इस चिंतन शिविर पर भाजपा ने चिंता जाहिर की है. उसने कहा है कि कांग्रेस परिवारवाद, तुष्टिकरण और भ्रष्टाचार में आकंठ डूबी हुई है और वह इन्हीं में सिमटकर रह गई है.
तुष्टिकरण और भ्रष्टाचार से गर्त में समा रही है कांग्रेस
भाजपा की राजस्थान इकाई के अध्यक्ष डॉ सतीश पूनिया ने दावा किया है कि कांग्रेस में राजनीति सिर्फ एक परिवार के इर्द-गिर्द तक सीमित है. उन्होंने आरोप लगाया कि ‘तुष्टिकरण एवं भ्रष्टाचार’ की वजह से कांग्रेस पार्टी का ग्राफ पूरे देश में गिर रहा है. पूनिया ने यह भी दावा किया कि अगले साल राजस्थान और छत्तीगढ़ में होने वाले विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को हार का मुंह देखना पड़ेगा.
परिवारवाद ही एकमात्र कांग्रेस का दृष्टिकोण
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि ‘चिंतन शिविर’ में मुख्यमंत्री ने वही रटी-रटाई बातें कही हैं, जिनसे गांधी परिवार खुश होता है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस में परिवारवाद इस कदर हावी है कि पूरी कांग्रेस गांधी परिवार के सामने नतमस्तक है. भाजपा नेता ने कहा कि परिवारवाद से आगे कांग्रेस की कोई सोच नहीं है, ना कोई दृष्टिकोण है. कांग्रेस सिर्फ परिवारवाद की राजनीति के इर्द-गिर्द ही सिमट गई है.
राजस्थान में कौन कर रहा है तुष्टिकरण
पूनिया ने कहा कि कांग्रेस के चिंतन शिवर में सोनिया गांधी कह रही हैं कि अल्पसंख्यकों के तुष्टिकरण की राजनीति हो रही है. उन्होंने पूछा कि क्या सोनिया गांधी को यह पता नहीं है कि कांग्रेस सरकार के शासन में करौली, जोधपुर, भीलवाड़ा, भरतपुर और नोहर में हिंसा भड़की और कोटा में पीएफआई की रैली को इजाजत किसने दी? भाजपा नेता ने कहा कि क्या सोनिया गांधी को प्रदेश में बहुसंख्यकों पर अत्याचार नहीं दिखते?” उन्होंने कहा कि कि इन क्षेत्रों में हिंसा पीड़ितों से मिलने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आज तक नहीं गये और हिंसा करने वाले लोगों पर भी कोई कार्रवाई नहीं की गई.
किसानों की कर्जमाफी करवाएं सोनिया गांधी
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि आजादी से लेकर 50-55 वर्षों तक अल्पसंख्यकों को कांग्रेस ने सिर्फ वोट बैंक तक ही सीमित रखा, जबकि उनके विकास और संबल के लिए पहले अटल बिहारी वाजपेयी नीत सरकार ने काम किया और अब पिछले आठ वर्षों से नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार में कार्य हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी को गहलोत को किसानों की कर्जमाफी का वादा पूरा करने का निर्देश देना चाहिए. उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश में कांग्रेस के शासन में जनहित के मुद्दों की आवाज उठाने वाले पत्रकारों व भाजपा नेताओं के खिलाफ षड्यंत्र करके झूठे मुकदमे दर्ज करवाये जा रहे हैं.