Rajasthan cabinet vistar: राजस्थान में कांग्रेस सरकार की कैबिनेट विस्तार लगातार टल रही है, जिसको लेकर भी अब विपक्षी दल भाजपा ने अशोक गहलोत पर हमला बोला है. बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव और राजस्थान प्रभारी अरूण सिंह ने कहा कि गहलोत और पायलट के बीच आपसी मतभेद से राज्य की जनता को नुकसान हो रहा है.
राजस्थान दौरे पर पहुंचे बीजेपी नेता अरुण सिंह ने कहा कि अशोक गहलोत कैबिनेट विस्तार (Ashok gehlot Cabinet Expansion) को लगातार टाल रहे हैं. कैबिनेट विस्तार टालने के पीछे सचिन पायलट को हिस्सेदारी नहीं देने की रणनीति है. जैसे जैसे मंत्रिमंडल विस्तार टलेगा, वैसे वैसे गहलोत सरकार पर पायलट का दबाब कम होता जाएगा.
राजस्थान में होना है कैबिनेट विस्तार- बताते चलें कि राजस्थान में कैबिनेट विस्तार होना है. राज्य में जनवरी के अंत तक मंत्रिमंडल का विस्तार किया जाएगा. मंत्रिमंडल विस्तार से पहले दिल्ली से लेकर जयपुर तक एक्सरसाइज किया जा रहा है. माना जा रहा है कि नए 10-12 मंत्री शपथ ले सकते हैं.
कांग्रेस कैबिनेट विस्तार से पहले बताया जा रहा है कि राजस्थान मंत्रिमंडल में से 4-6 मंत्रियों को बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है. इनमें कई हैवीवेट मंत्री भी है. माना जा रहा है कि नए समीकरण को देखते हुए कांग्रेस (Congress) ने यह फैसला किया है. हालांकि इन मंत्रियों को हटाने के पीछे रिपोर्ट कार्ड को वजह बताया जा रहा है.
इनको किया जा सकता है शामिल– राजस्थान में कैबिनेट विस्तार में कांग्रेस कोटा से बृजेंद्र ओला, हेमाराम चौधरी, दीपेंद्रसिंह शेखावत, मुरारी मीणा, रमेश मीणा और विश्वेंद्र सिंह है, जबकि तीन निर्दलीय संयम लोढ़ा, महादेवसिंह खंडेला और मंजू मेघवाल को शामिल किए जाने की बात कही जा रही है, जबकि बसपा से शामिल हुए राजेंद्र गुढ़ा और जोगेंद्रसिंह अवाना भी मंत्री बनाए जा सकते हैं.
Posted By : Avinish kumar mishra