जयपुर : राजस्थान के उप-मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने राज्यसभा के लिए कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल की उम्मीदवारी का बचाव किया. इससे एक दिन पहले भाजपा ने कथित रूप से आरोप लगाया था कि वेणुगोपाल बलात्कार के आरोपों का सामना कर रहे हैं. कांग्रेस ने वेणुगोपाल को राजस्थान से राज्यसभा का उम्मीदवार बनाया है.
भाजपा राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने पिछले दिनों कथित रूप से आरोप लगाया था कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपनी कुर्सी बचाने के लिए कांग्रेस उम्मीदवार वेणुगोपाल को राज्य से राज्यसभा भेज रहे हैं. पूनिया ने आरोप लगाया था कि वेणुगोपाल के खिलाफ बलात्कार का एक मामला दर्ज है.
पायलट ने भाजपा के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए एक बयान में कहा, ‘हर चुनाव से पहले राजनीतिक लाभ के लिए झूठे आरोप लगाना भाजपा की प्रवृत्ति है.’ पायलट ने कहा कि ‘तथाकथित आरोप’ वर्ष 2011 में लगाये गये थे और इस मामले में वर्ष 2018 में केवल प्राथमिकी दर्ज की गयी थी.
उन्होंने कहा कि सच्चे सबूतों के अभाव में आज तक उस शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की गयी. पायलट ने एक बयान में भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा हर चुनाव में राजनीतिक हित साधने के लिए इस मुकदमे का जिक्र कर देती है.
हर चुनाव से पहले राजनीतिक लाभ के लिए झूठे आरोप लगाना भाजपा की प्रवृत्ति है. ‘तथाकथित आरोप’ वर्ष 2011 में लगाये गये थे और इस मामले में वर्ष 2018 में केवल प्राथमिकी दर्ज की गयी थी. सबूतों के अभाव में आज तक उस शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की गयी. भाजपा हर चुनाव में राजनीतिक हित साधने के लिए इस मुकदमे का जिक्र कर देती है.
सचिन पायलट, उप-मुख्यमंत्री, राजस्थान
उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता वेणुगोपाल के खिलाफ जिस मुकदमे को लेकर भाजपा के नेता मिथ्या प्रचार कर रहे हैं, उसकी सच्चाई यह है कि केरल के पूर्व मुख्यमंत्री ओमन चांडी और वेणुगोपाल सहित 22 नेताओं व प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ यह प्रकरण दर्ज हुआ था, जिसे तत्कालीन केरल की यूडीएफ सरकार को सत्ता से बाहर करने हेतु षड्यंत्रपूर्वक रचा गया था.
श्री पायलट ने कहा कि उक्त आरोपों के बावजूद वेणुगोपाल वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में अलप्पुझा लोकसभा क्षेत्र से भारी मतों से विजयी हुए थे, जो क्षेत्र की जनता का उनके बेदाग चरित्र के प्रति अटूट विश्वास का परिचायक है.