लखनऊ: सुल्तानपुर में रविवार देर शाम डॉ. घनश्याम तिवारी हत्याकांड (Sultanpur Crime News) के आरोपी विजय नारायण सिंह की गोली मारकर हत्याकर दी गई. वो कुछ दिन पहले ही जमानत पर छूटकर बाहर आया था. दरियापुर के पल्लवी होटल के सामने विवाद के दौरान कुछ लोगों ने विजय नारायण सिंह और उसके साथी को गोली मार दी. विजय की मौके पर ही मौत हो गई. जबकि साथी अनुज शर्मा को गंभीर हालत में लखनऊ भेजा गया है. विजय नारायण सिंह भारतीय जनता युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष चंदन नारायण सिंह का चचेरा भाई और पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष गिरीश नारायण सिंह का भतीजा है.
एक साथ बैठे थे सभी
बताया जा रहा है कि विजय सिंह को दो लोगों ने गोली मारी और बाइक से फरार हो गए. विजय नारायण सिंह को सितंबर 2023 में हुए डॉ. घनश्याम तिवारी हत्याकांड में गिरफ्तार किया गया था. वो हाईकोर्ट से जमानत लेकर जेल से बाहर आया था. पुलिस के अनुसार हत्यारे व विजय नारायण एक साथ बैठकर बातें कर रहे थे. इसी दौरान कहासुनी हो गई और गोली चल गई. पुलिस ने चार टीमें इस हत्याकांड के खुलासे के लिए लगाई हैं.
23 सितंबर 2023 को हुई थी डॉ. घनश्याम की हत्या
डॉ. घनश्याम तिवारी (Dr Ghanshyam Tiwari Murder) लंभुआ के सखौली निवासी थे और संविदा चिकित्सक थे. उन्होंने नारायणपुर गांव के जगदीश नारायण से 25 लाख रुपये में एक बिसवा जमीन खरीदी थी. जगदीश का बेटा अजय डॉ. घनश्याम से पांच लाख रुपये रंगदारी मांग रहा था. 23 सितंबर को बातचीत के बहाने उन्हें बुलाया गया था. बाद में उसे मरणासन्न हालत में ई रिक्शा से वापस घर भेज दिया गया. परिवार के लोग उन्हें अस्पताल ले गए. जहां डॉ. घनश्याम की मौत हो गई. उनकी पत्नी निशा तिवारी ने इस मामले में अजय नारायण और दो अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर कराई थी. बाद में अजय नारायण ने सरेंडर कर दिया था. पुलिस ने अजय पर 50 हजार रुपये इनाम घोषित किया था.