जमशेदपुर/गम्हरिया: आदित्यपुर थाना अंतर्गत टाटा स्टील के स्लैग डंपिंग यार्ड में घुसकर मंगलवार को स्क्रैप माफियाओं और चोरों ने पत्थर से कूचकर लोडर चालक की हत्या कर दी. वहीं, जवाब में कंपनी के सुरक्षाकर्मियों की गोली से एक युवक की मौत हो गयी, जिसके बारे में बताया जा रहा है कि वह चोरी करने घुसा था. हालांकि, परिजनों ने इससे इनकार किया है और कहा है कि शौच करने गये युवक को सुरक्षाकर्मियों ने गोली मार दी. मृतकों की पहचान लोडर चालक अभय सिंह (45) व युवक की पहचान गोविंद कालिंदी उर्फ गोगो (30) के रूप में की गयी है. अभय सिंह गम्हरिया के शुभम कुमार के मकान में भाड़े में सात साल से रह रहा था. उसे एक बेटा और एक बेटी है. वहीं, गोविंद कालिंदी उर्फ गोगो गम्हरिया की कालिंदी बस्ती का रहने वाला था. उसके दो बेटे और एक बेटी हैं. घटना की सूचना पाकर कंपनी के पदाधिकारी और गम्हरिया व आदित्यपुर थाना प्रभारी पहुंचे और दोनों शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा. पुलिस मामले की जांच में जुट गयी है. घटना को लेकर कंपनी प्रबंधन की ओर से कुछ भी बताने से इंकार किया जा रहा. घटना शाम 4 बजे की है.
स्क्रैप माफिया कर रहे थे चोरी
जानकारी के अनुसार, टाटा स्टील के डपिंग यार्ड में करीब दो साल से स्क्रैप माफियाओं द्वारा स्क्रैप की चोरी की जा रही है. मंगलवार को भी चोर अन्य दिनों की तरह चोरी करने डंपिंग यार्ड में घुसे थे, जिसका लोडर चालक ने विरोध करते हुए रोकने का प्रयास किया. बताया जाता है कि चोरों ने पहले तो चालक के साथ गाली- गलौज की, उसके बाद बगल की बस्तियों के लोगों को अंदर बुला लिया. सारे लोग प्लांट के भीतर स्क्रैप यार्ड में घुस गये, जिसके बाद उसी लोडर में चालक को पत्थरों से कूचकर मार डाला. चालक की घटनास्थल पर ही मौत हो गयी. सूचना पाकर पहुंचे टाटा स्टील के सुरक्षाकर्मियों ने पहले तो लोगों को रोकने की कोशिश की, लेकिन वे नहीं रुके, तो गोली चला दी. इस दौरान सुरक्षाकर्मी की गोली से एक युवक की मौत हो गयी.
बिहार में पटना के पास का रहने वाला था अभय
लोडर चालक अभय सिंह की पत्नी ने बताया कि एक बेटा- एक बेटी के साथ वह गम्हरिया में एक किराये के मकान में रहती है. पिछले सात वर्षों से वह उसी मकान में रह रही है. मंगलवार की शाम वह बार-बार पति को फोन कर रही थी. लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया. उसके बाद कंपनी के किसी कर्मचारी से पता चला कि उनके सिर पर चोट लगी है. उन्हें इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है. अस्पताल आने पर शव देखने को मिला. वे लोग मूल रूप से बिहार के पटना के पास के रहने वाले हैं. पति का शव देख कर पत्नी बार- बार बेहोश हो रही थी. जिसे महिला पुलिस बल और एक रिश्तेदार संभालने में जुटा हुआ था.
पिता शौच कर रहे थे, सुरक्षाकर्मी ने मार दी गोली : बेटा
गोविंद कालिंदी के बेटे जीवन कालिंदी (10) ने बताया कि वह शाम को अपने पिता के साथ कंपनी के पीछे डंपिंग यार्ड की तरफ शौच करने गया था. पिता थोड़ा नीचे उतर कर शौच करने लगे. उस वक्त वह टीलेनुमा जगह पर खड़ा था. शौच करने के बाद जैसे ही पिता लौटने लगे कंपनी के सुरक्षा गार्ड ने उन्हें गोली मार दी, जिससे वे मौके पर ही गिर गये. वह सीधे अपने घर आया और अपनी मां लक्ष्मी कालिंदी को पिता के गिरे होने की जानकारी दी. सूचना मिलने पर लक्ष्मी और बस्ती के कई लोग मौके पर पहुंचे, जहां गोविंद पड़ा हुआ मिला. पुलिस उसे एमजीएम अस्पताल लेकर आयी, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
एमजीएम अस्पताल में पत्नी हुई बेहोश
उधर, पति की मौत की सूचना मिलने पर एमजीएम अस्पताल में लक्ष्मी कालिंदी बेहोश हो गयी. परिजनों ने उनकी हालत देख उसे हटाया. सूचना मिलने पर बस्ती के कई लोग पहुंचे और कंपनी प्रबंधन को अस्पताल बुलाने को लेकर हंगामा किया.
कुली का काम करता था गोविंदो
पत्नी लक्ष्मी कालिंदी ने बताया कि पति कुली का काम करता था. शाम को बेटे के साथ शौच करने गये थे. बेटा नहीं होता, तो शायद शव भी नहीं मिल पाता. उसने बताया कि उसके दो बेटे संजय कालिंदी, जीवन कालिंदी और एक बेटी सबाना कालिंदी है. घर में कमाने वाला सिर्फ पति था. वे लोग सीनी के रहने वाले हैं. काम करने को लेकर वर्ष 2018 से गम्हरिया में बेसिक स्कूल के पास रहते हैं.
कंपनी की चहारदीवारी तक नहीं, धड़ल्ले से हो रही स्क्रैप की चोरी
जिले के विभिन्न प्रखंडों और जमशेदपुर तक के कई लोगों के लिए डंपिंग यार्ड से स्क्रैप चोरी रोजगार का जरिया बन गया है. टाटा स्टील द्वारा कंपनी का अधिग्रहण किये जाने के बाद भी चहारदीवारी अभी तक नहीं बनायी गयी है. यही वजह है कि आराम से बाहर से लोग अंदर घुस जाते हैं. डंपिंग यार्ड से चोरी किये गये स्क्रैप के बेचने के लिए आदित्यपुर थाना अंतर्गत गम्हरिया रेलवे स्टेशन के पास स्क्रैप टाल का भी संचालन किया जा रहा है, जहां रोजाना लाखों रुपये का कारोबार हो रहा है. कंपनी प्रबंधन या प्रशासन की ओर से किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं किये जाने से स्क्रैप का यह कारोबार और फैलता जा रहा है.
हमेशा होती है झड़प, पर नहीं होती है कार्रवाई
कंपनी के डंपिंग यार्ड में स्क्रैप चोरी को लेकर अक्सर झड़प होती रहती है. इसमें कुछ मामला थाने तक पहुंचता है, तो अधिकतर मामले दबा दिये जाते हैं. इससे पहले भी स्क्रैप माफियाओं द्वारा कई सुरक्षाकर्मियों पर हमला कर उन्हें घायल किया गया है. मामले में कई लोगों के खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज की गयी, लेकिन गिरफ्तारी अब तक किसी की भी नहीं हुई.
करोड़ों की चोरी का चलता है खेल
टाटा स्टील से स्क्रैप की चोरी 24 घंटे होती है. चोर और माफियाओं का अगर कोई विरोध करता है तो वे उनकी जान ले लेते हैं. हर माह करोड़ों का स्क्रैप यहां से चोरी की जाती है. सूत्रों के अनुसार, जुगसलाई का एक स्क्रैप कारोबारी चोरी के माल को खरीदता है और अवैध टाल का संचालन भी कंपनी के पास ही करता है. इसी के माध्यम से पूरा गैंग ऑपरेट होता है.