Kanpur News: समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव के निधन की खबर से आहत उनके समर्थक नदी में कूदकर जान दे दी थी. इस बीच सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव गुरुवार देर शाम मृतक राजेश यादव के परिजनों से मिलने पहुंचे, जहां उन्होंने परिजनों को आर्थिक मदद के साथ ही भविष्य में मदद करने का भरोसा दिया. मृतक अपने घर में इकलौता कमाने वाला सदस्य था. म्रतक की बेटी की सड़क हादसे में पहले ही मौत हो चुकी है.
दरअसल, बर्रा थाना क्षेत्र मर्दनपुर गांव के रहने वाले राजेश कुमार यादव इस्पात नगर से 11 अक्टूबर को मजदूरी का काम करके वापस लौट रहे थे. रास्ते मे उसे पता चला कि, सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव का निधन हो गया है. इस खबर को सुनते ही राजेश परेशान हो गया और जोर-जोर से रोने लगा, और चिल्लाते हुए बोला कि, जब नेता जी ही नहीं रहे तो मैं जीकर क्या करूंगा. जब तक कोई उसकी इस बात का मतलब समझ पाता तब तक राजेश ने एकता पार्क के पास पांडु नदी में छलांग लगा दी थी, और नदी में डूब जाने से राजेश की मौत हो गई.
मृतक के छोटे भाई अमर बहादुर का कहना है कि, राजेश का नेता जी मुलायम सिंह यादव से अधिक लगाव था. उनके निधन की खबर सुनकर वह अवसाद में चले गए और आत्महत्या कर ली. राजेश घर में इकलौते कमाने वाले सदस्य थे. राजेश की मृत्यु के बाद घर मे खाने-पीने की भी दिक्कत हो गई. मामले की जानकारी जब सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव को लगी तो वे गुरुवार यानी 12 जनवरी को मृतक के परिजनों से मिलने पहुंचे.
अखिलेश यादव को मृतक के परिजनों ने पूरी घटना की जानकारी दी. इसके बाद पूर्व सीएम ने राजेश की पत्नी रामरती को आर्थिक मदद के साथ ही भविष्य में हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया. बता दें कि मृतक की बेटी ममता यादव की भी एक्सीडेंट में मौत हो चुकी है. राजेश की तीन नाबालिग बेटियां हैं.
समाजवादी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने ट्वीट कर जानकारी देते हुए बताया कि, नेताजी माननीय मुलायम सिंह यादव की मौत से सदमे में डूबे कानपुर के बर्रा मर्दनपुर निवासी राम कुमार यादव ने पांडु नदी में छलांग लगाकर अपनी जान दे दी थी. उनके परिवार के लोगों से आज समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने पीड़ित परिवार की आर्थिक मदद के साथ भविष्य में भी मदद करने का भरोसा दिलाया.
रिपोर्ट: आयुष तिवारी