Aligarh News: अलीगढ़ के लोधा क्षेत्र के मूसेपुर गांव में दो पक्षों में हुए खूनी संघर्ष मामले में कार्रवाई का सिलसिला लगातार जारी है. ऐसे में अब अलीगढ़ एसएसपी ने लापरवाही के मामले में लाइन हाजिर किए गए 1 एसएसआई और 2 लेपर्ड कर्मियों को सस्पेंड कर दिया है. वहीं मूसेपुर गांव अभी भी छावनी में तब्दील है.
मूसेपुर डबल मर्डर मामले में घटना वाले दिन लापरवाही बरतने को लेकर एक एसएसआई और दो लेपर्ड कर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया गया था. अब अलीगढ़ एसएसपी कलानिधि नैथानी ने तीनों पर सख्त कार्रवाई करते हुए एसएसआई अनिल यादव, लेपर्ड कर्मी सिपाही नितेश कुमार और अक्षय कुमार को सस्पेंड कर दिया है. एसपी सिटी कुलदीप सिंह गुनावत प्रकरण की जांच कर रहे हैं. जांच प्रभावित ना हो इसलिए लाइन हाजिर तीनों पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है.
घटना के बाद से ही मूसेपुर गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है. गांव पूरी तरह से छावनी में तब्दील है. गांव में पीएससी और पुलिस बल मुस्तैदी से तैनात है. इंस्पेक्टर ने गांव में पहुंचकर लोगों से पूछताछ की. मूसेपुर में हुए खूनी संघर्ष में 14 लोगों पर मुकदमा दर्ज हुआ था. पुलिस ने हत्याकांड में 2 महिला समेत 10 आरोपितों को अरेस्ट कर जेल भेज दिया. पुलिस अभी अन्य आरोपितों की तलाश में ताबड़तोड़ दबिश दे रही है.
मूसेपुर हत्याकांड के दोनों पक्ष देवेंद्र और भूरी सिंह के पिता आपस में चचेरे-तहेरे भाई थे. बहुत समय से संपत्ति के बंटवारे को लेकर दोनों में विवाद चल रहा था. घटना से 15 दिन पहले पूर्व प्रधान देवेंद्र सिंह ने भूरी सिंह की खेत की मेढ़ को काट दिया था, जिसको लेकर के दोनों में विवाद हुआ था. भूरी सिंह के पुत्र विजेंद्र सिंह ने थाना लोधा में रेडीमेड गारमेंट की दुकान में चोरी की रिपोर्ट गांव के ही देवेंद्र सिंह, ललित और राजू के खिलाफ कराई थी, जिसमें पुलिस ने तीनों पर मुकदमा दर्ज किया था.
10 जुलाई को रिंकू का छोटा भाई टिंकू खेत पर जा रहा था, तभी चोरी के मुकदमे से गुस्साए पूर्व प्रधान देवेंद्र सिंह व उसके परिवार के लोगों ने उसे घेर लिया. वह वहां से बचकर परिवार के सदस्यों के बीच पहुंचा. सूचना पर टिंकू के परिवार के लोग भी मौके पर पहुंच गए. दोनों पक्षों में फायरिंग शुरू हो गई, जिसमें रिंकू के पिता भूरी सिंह और विवाहित बहन राधा की गोली लगने से मौत हो गई.
रिपोर्ट- चमन शर्मा