Bundelkhand Expressway: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को उत्तर प्रदेश के दौरे पर जाएंगे जहां वह बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन करेंगे. पीएमओ से जारी एक बयान के अनुसार, 296 किलोमीटर लंबे चार लेन वाले एक्सप्रेस-वे के निर्माण में करीब 14,850 करोड़ रुपये की लागत आयी है. प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने बताया कि एक्सप्रेस-वे का काम 28 महीनों में पूरा हुआ और अब प्रधानमंत्री उसका उद्घाटन करेंगे.
पीएमओ के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 16 जुलाई यानी शनिवार को उत्तर प्रदेश जाएंगे और जालौन जिले के ओराई तहसील के कैथेरी गांव में सुबह करीब 11:30 बजे बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन करेंगे. बयान के अनुसार, सरकार देश में संपर्क सुविधाएं बढ़ाने को प्रतिबद्ध है और उसके तहत सड़कों को बेहतर बनाया जा रहा है.
इस दिशा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 29 फरवरी को बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के निर्माण के लिए आधारशिला रखा जाना मील का पत्थर था. बयान के अनुसार, 296 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेस-वे के निर्माण में करीब 14,850 करोड़ रुपये की लागत आयी है. बाद में इसे चौड़ा करके छह लेन का भी बनाया जा सकता है. इसका निर्माण उत्तर प्रदेश एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीईआईडीए) ने किया है.
जानकारी के मुताबिक, प्रधानमंत्री के जालौन जनपद में जुलाई माह में प्रस्तावित कार्यक्रम में झांसी मण्डल के 80 बुंदेली लोक कलाकार कार्यक्रम स्थल पर अपनी प्रस्तुतियां देंगे. यह पहला अवसर होगा जब भारत के प्रधानमंत्री के समक्ष बुंदेली लोक कार्यक्रमों की न सिर्फ प्रस्तुतियां होंगी बल्कि कला एवं संस्कृति की धरोहर को संरक्षित रखने के लिए गठित की गई.
समितियों के सदस्यों को भी इन कार्यक्रम में स्थान मिलेगा. यूपीडा के कार्यपालक अधिकारी और राज्य के अपर गृह सचिव अवनीश अवस्थी ने हाल ही में दावा किया है कि बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का निर्माण 99 फीसदी पूरा हो चुका है. बाकी काम 4 जुलाई तक पूरा करने को निर्देश संबंधित विभाग के अधिकारियों को दे दिये गये थे. इस काम को भी तय समय के अंदर ही पूरा कर लिया गया.
बुंदेलखण्ड की लोक कलाओं व कलाकारों के संरक्षण एवं उत्थान के लिये मण्डलायुक्त की ओर से 8 समितियों का गठन किया गया है. उद्घाटन समारोह में एक वर्ष में किये गये प्रयासों की प्रस्तुति के लिये अलग-अलग काउंटर बनाए जाएंगे. इसके अलावा बुंदेली साहित्य की प्रदर्शनी तथा इनके साहित्यकारों को भी इन काउंटर्स पर स्थान दिया जाएगा. कार्यक्रम स्थल पर झांसी मण्डल के साथ-साथ बांदा मण्डल के लोक कलाकारों को भी अवसर मिलेगा.
बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य पूरा होने से लखनऊ और दिल्ली बुंदेलखंड के इलाकों से सीधे कनेक्ट हो जाएगा. यह आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे से इटावा के पास जुड़ेगा. इससे दिल्ली और एनसीआर से बुंदेलखंड के इलाकों में जाने वाले लोगों को सीधा रूट मिल जाएगा. यह बुंदेलखंड से देश की राजधानी दिल्ली और प्रदेश की राजधानी लखनऊ में जाने में मदद मिल जाएगी. उत्तर प्रदेश में बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के रूप में पांचवें एक्सप्रेसवे का काम पूरा कराया गया है. प्रदेश में इससे पहले नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे, ग्रेटर नोएडा से आगरा को जोड़ने वाला यमुना एक्सप्रेसवे, आगरा से लखनऊ को जोड़ने वाला 302 किलोमीटर लंबा यमुना एक्सप्रेसवे और लखनऊ से गाजीपुर को जोड़ने वाला 341 किलोमीटर लंबा पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य पूरा कराया जा चुका है.