उत्तर प्रदेश में चुनावी शंखनाद से पहले लगातार बढ़ रहे क्राइम की घटना ने सरकार की टेंशन बढ़ा दी है. गोरखपुर और लखनऊ की घटना के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देर शाम अधिकारियों की हाई-लेवल मीटिंग बुलाई. बताया जा रहा है कि इस मीटिंग में कानून व्यवस्था पर सीएम ने अधिकारियों से फीडबैक लिया.
जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार देर शाम को कानून व्यवस्था की समीक्षा बैठक बुलाई थी. इस दौरान एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशान्त कुमार भी मौजूद रहे. बताया जा रहा है कि इस मीटिंग में सभी जिलों के डीएम और एसपी को भी वीडियो कांफ्रेंसिंग से जोड़ा गया था. सीएम ने इस दौरान निर्देश दिया कि बड़े अधिकारी बिना बताए फील्ड का दौरा करें.
बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि सभी अधिकारी मारपीट जैसी घटनाओं का तुरंत निस्तारण करें. वहीं सीएम ने सभी जिला अधिकारियों को जनसुनवाई करने का भी निर्देश दिया. बता दें कि गोरखपुर हत्या कांड के बाद कानून व्यवस्था को लेकर सरकार की खूब किरकिरी हुई है.
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अखिलेश-प्रियंका ने बोला था हमला– यूपी में कानून व्यवस्था को लेकर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने सरकार पर हमला किया था अखिलेश यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि यूपी में अफसर पार्टी को देखकर काम कर रहे हैं, जिससे वो लोगों को न्याय नहीं दे पा रहे हैं. सरकार कानून व्यवस्था पर फेल्योर है.
वहीं प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर लिखा था कि उप्र के मुख्यमंत्री प्रदेश की किस तरह की छवि बना रहे हैं. एक निर्दोष कारोबारी की निर्मम हत्या के बाद जिलास्तर के अधिकारी एफआईआर न करने का दबाव बनाते रहे व प्रदेशस्तर के बड़े अधिकारी ने आरोपी पुलिसकर्मियों को बचाने वाली बयानबाजी की. ऐसे अधिकारियों पर तुरंत कार्रवाई की जानी चाहिए.