UP Election 2022 : सूबे की राजधानी लखनऊ के कृष्णानगर क्षेत्र में बने अवस्थी लॉन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, ‘ब्राह्मण होने का मतलब संस्कृति, संस्कार और धर्म से जुड़ा होना है. वे ब्राह्मण ही हैं, जिन्होंने सम-विषम परिस्थितियों में भी अपने धर्म को नहीं छोड़ा. स्वयं कष्ट भोगना, लेकिन संस्कृति-सनातन धर्म पर आंच न आने देने का काम ब्राह्मणों ने ही किया है.’ वे ब्राह्मण परिवार के 16वें स्थापना दिवस के मौके पर बोल रहे थे.
सीएम योगी ने कहा कि अयोध्या में राम जन्मभूमि के लिए 500 साल तक आंदोलन चला, लेकिन हमने वादा किया था इसलिए आज अयोध्या में भव्य राममंदिर का निर्माण हो रहा है. उन्होंने आगे कहा कि कश्मीरी पंडितों को कश्मीर से निकाला जा रहा था लेकिन उनकी आवाज उस समय के हुक्मरानों तक क्यों नहीं पहुंची?
यदि सनातन धर्म जीवित रहा है और पूरी दुनिया के अंदर अपने भव्य ध्वज को गाड़ कर चल रहा है तो इसलिए कि वह 'ब्रह्म तत्व' हमारे पास मौजूद है, जो सनातन धर्म की आत्मा में सदैव विराजमान रहकर, स्वयं कष्ट सहकर भी इस धर्म पर आंच नहीं आने देता है… pic.twitter.com/FxCWt8xcxN
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) November 14, 2021
इस दौरान सीएम योगी ने कहा कि कश्मीर, अयोध्या के लिए सबको मौका मिला, लेकिन उनलोगों ने कुछ नहीं किया. किसी पार्टी या नेता का नाम लिए बगैर योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यूपी में जब उनलोगों को मौका मिला, तो उन लोगों ने रामभक्तों पर गोलियां चलवाईं और हमें मौका मिला तो हमने अयोध्या में लाखों दीपक जलाए.
इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, ‘हमारी संस्कृति में ब्रह्म तत्व है. इसलिए हमारा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता. हमने प्रयागराज में महर्षि भारद्वाज की प्रतिमा लगवाई, बस्ती मेडिकल कॉलेज का नाम महर्षि वशिष्ठ के नाम पर रखा, देवरिया मेडिकल कॉलेज का नाम देवरहा बाबा के नाम पर रखा.’
उन्होंने आगे कहा कि अफगानिस्तान में तालिबानियों ने बर्बरता की और जो लोग तालिबान की सोच वाले हैं, वही जिन्ना का भी समर्थन करते हैं. देश की रियासतों को जोड़ने का काम सरदार पटेल ने किया, लेकिन वोट बैंक के लिए कुछ लोग जिन्ना की तुलना सरदार पटेल से कर रहे हैं. एक राष्ट्र नायक की तुलना खलनायक से कर भारत को अपमानित किया जा रहा है.
बता दें कि इससे पूर्व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भाजपा के बड़े वैश्य चेहरों के साथ मिलकर रविवार सुबह वैश्य सम्मेलन का आयोजन किया था. यूपी में चुनावी बयार बह रही है. सभी अपने मतदाताओं की संख्या में इजाफा करने के लिए प्रयासरत हैं.