Varanasi News: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट फुलवरिया-लहरतारा फोरलेन के निर्माण में शुक्रवार को बड़ी लापरवाही सामने आई. 50 करोड़ की लागत से बने 5.3 किमी की दूरी वाले इस फोरलेन का हाल ही में मुख्यमंत्री योगी ने काशी आगमन पर निरीक्षण भी किया था. सीएम ने गुणवत्तापूर्ण कार्य करते हुए इसे शीघ्र पूरा करने का निर्देश दिए थे. इस बीच नवनिर्मित सड़क पर आई दरारें बता रही हैं कि निर्माणकार्य में क्वालिटी का कितना ख्याल रखा गया है.
दरअसल, शिवपुर विधानसभा क्षेत्र में वरुणा नदी पर बने इमिलिया घाट पुल से करीब 50 मीटर नवनिर्मित सड़क पर दरारें आ गई हैं. बाढ़ और बारिश के समय हुई ये लापरवाही किसी भी बड़ी विपदा को साफ तौर पर आमंत्रण दे रही है.
इस खामी पर फुलवरिया के कुम्हारपुरा में रहने वाले बीजेपी के लोहता मंडल के मीडिया प्रभारी अजय वर्मा प्रजापति की नजर पड़ी. उन्होने बताया कि इमिलिया घाट पुल से वरुणा नदी की ओर का हिस्सा कई जगह से दरक और फट चुका है. मिट्टी और सड़क धंसती जा रही है. पिछले कुछ दिनों से रह-रहकर हो रही वर्षा और बाढ़ का असर वरुणा नदी पर पड़ा है. ऐसे में पहली बारिश और बाढ़ के पानी को इस पुल की सड़क बर्दाश्त नहीं कर सकी. अजय वर्मा स्थानीय लोगों की सूचना पर यहां पहुंचे.
उन्होंने बताया कि, इस निर्माणाधीन पुल से रोज चार से पांच कान्वेंट स्कूलों की बसें गुजरती हैं. दर्जनों वाहन सवार फर्राटे भरते हैं, लेकिन जब उन्होंने सड़क पर दरार देखी तो सुरक्षा के लिहाज से मार्ग के दक्षिणी हिस्से पर डिवाइडर के सहारे पेड़ की डाल लगाकर पहले आवागमन रोका. इस कार्य में पिकेट पर तैनात दो पुलिसकर्मियों ने उनका सहयोग किया. इसके बाद उत्तरी छोर से आने वाले भी हादसे के शिकार हो सकते थे इसलिए पुल पर लकड़ी का पटरा रख दिया गया, ताकि सड़क की हालत से अनजान कोई राहगीर हादसे का शिकार न हो जाए.
भारतीय जनता पार्टी के लोहता मंडल के मीडिया प्रभारी अजय वर्मा ने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मामले की जांच कर दोषी अफसरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने कहा कि, भाजपा सरकार केंद्र और प्रदेश में बेहतर कार्य कर रही है. यदि समय से इस दरार को नहीं देखा गया होता तो रात में उस लेन पर आने वाले वाहन सवार हादसे का शिकार हो सकते थे.
रिपोर्ट- विपिन सिंह