Aligarh News: जहां एक ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पूरे देश में व यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में पूरे प्रदेश में आजादी के 75वें स्वतंत्रता दिवस को लेकर हर ओर आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है. हर घर पर तिरंगा लहराया जा रहा है. वहीं, दूसरी ओर अलीगढ़ के भाजपा जिला कार्यालय में नजारा कुछ और ही देखने को मिला. भाजपा जिला कार्यालय पर सबसे ऊपर भाजपा का पार्टी झंडा, फिर उससे एक मंजिल नीचे देश के तिरंगे को फहरा दिया गया.
अलीगढ़ के क्वार्सी बाईपास से क्यामपुर स्थित भाजपा के नवनिर्मित जिला कार्यालय पर 15 अगस्त के ध्वजारोहण की तैयारियां की गई. भाजपा के जिला कार्यालय पर उसके सबसे टॉप पर पार्टी का झंडा लगाया गया. उसके नीचे वाली मंजिल पर देश का तिरंगा लगाया गया. जिला कार्यालय पर और भी तिरंगे लगे थे, जो पार्टी के झंडे के नीचे ही थे.
जिला कार्यालय पर ध्वजारोहण की जिम्मेदारी पार्टी के जिला अध्यक्ष की होती है. पार्टी का जिला अध्यक्ष 15 अगस्त, 26 जनवरी पर ध्वजारोहण करते हैं. आज भी ध्वजारोहण हुआ, परंतु किसी का भी इस ओर ध्यान नहीं गया कि पार्टी के झंडे को देश के तिरंगे से ज्यादा सम्मान दिया गया है.
भाजपा जिला कार्यालय पर पार्टी के झंडे को देश के तिरंगे से ऊपर लगाना कोई मानवीय भूल है या कुछ और, इसको लेकर के कई सवाल उठ रहे हैं. जिला कार्यालय का संचालन कौन देख रहा है? जिला कार्यालय पर 15 अगस्त के दौरान झंडे लगाने की जिम्मेदारी किसकी थी? पार्टी और तिरंगा झंडा लगाने में तिरंगे के सम्मान का ध्यान क्यों नहीं रखा गया? ध्वजारोहण करने वाले या करते समय इतनी बड़ी चूक हो गई, पर किसी का ध्यान क्यों नहीं गया?
भारतीय झंडा संहिता 2002 के भाग-II में आम जनता, निजी संगठनों और शैक्षणिक संस्थानों आदि के द्वारा राष्ट्रीय झंडे का फहराया जाना/प्रदर्शन/प्रयोग की धारा 1 के बिंदु (viii) में लिखा है कि किसी दूसरे झंडे या पताका को राष्ट्रीय झंडे से ऊंचा या ऊपर या बराबर नहीं लगाया जाएगा और न ही पुष्प अथवा माला या प्रतीक सहित अन्य कोई दूसरी वस्तु उस ध्वज-दंड के ऊपर रखी जाएगी जिस पर झंडा फहराया जाता है.
रिपोर्ट : चमन शर्मा