Bareilly News: पुलभट्टा थाना क्षेत्र के सिरौली कला गांव निवासी शारिक ने अपने साढ़े तीन वर्षीय पुत्र की हत्या कर शव नदी में फेंक दिया. इसके बाद खुद ही थाने में रिपोर्ट दर्ज कराने पहुंच गया. शक पर पुलिस ने पति-पत्नी से पूछताछ की. पुलिस की पूछताछ में हत्या करने का मामला सामने आया. इसके बाद पुलिस शव बरामद करने निकली, लेकिन तब तक शव को बरेली की बहेड़ी पुलिस बरामद कर चुकी थी.
दरअसल, उत्तराखंड के उधम सिंह नगर जिले के पुलभट्टा थाना क्षेत्र के गांव सिरौली कला निवासी शारिक का बेटा शाबान हीमोफीलिया बीमारी से पीड़ित था. उसका काफी समय से इलाज चल रहा था. शारिक बेटे की बीमारी से काफी परेशान था. जिसके चलते उसने बेटे को मारकर नहर में फेंक दिया. इसके बाद पुलभट्टा थाने में बेटे की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई. उसने पुलिस को बताया कि सुबह 10.30 बजे से बेटा लापता है. पुलिस ने बच्चे की तलाश शुरू कर दी.
पुलिस ने शारिक के घर के रास्ते पर लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगाला. इसमें पता चला कि शारिक अपने बेटे को लेकर जा रहा था. वह यूपी की सीमा की तरफ लेकर आया था. पुलिस ने शारिक के साथ उसकी पत्नी से बात की. मां ने हीमोफीलिया की बीमारी होने की बात कही. साथ ही बताया कि इसी से परेशान होने के कारण बेटे को मारकर शव नहर में फेंकने की जानकारी दी.
उत्तराखंड की उधमसिंह नगर पुलिस शारिक को लेकर बहेड़ी की नहर के पास पहुंची. यहां शारिक ने शव डाला था. मगर, राहगीरों की सूचना पर जब तक बहेड़ी पुलिस शव बरामद कर पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम को भेज चुकी थी.
रिपोर्ट : मुहम्मद साजिद